शिमला :हिमाचल प्रदेश में 31 मई के बाद स्कूलों में रौनक लौट सकती है। हालांकि जिन स्कूलों में 20 से कम छात्र होंगे, उन्हीं स्कूलों में सरकार कक्षाएं शुरू कर सकती है। ऐसे में प्राइमरी स्कूल खोलने को लेकर सरकार कोई फैसला ले सकती है। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने इसको लेकर गुरुवार को संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की स्थिति को देखते हुए लगता नहीं है कि 31 मई तक स्कूल-कालेजों को खोला जा सके। अगर प्रदेश में लॉकडाउन बढ़ जाता है तो छात्रों के लर्निंग आउटकम्स में कोई बुरा प्रभाव न पड़े, इसके लिए ऑनलाइन स्टडी और दूरदर्शन के माध्यम से छात्रों को पढ़ाया जा रहा है.
31 मई तक रहेंगे बंद
उन्होंने कहा कि प्रदेश की स्थिति को देखते हुए लगता नहीं है कि 31 मई तक स्कूल-कालेजों को खोला जा सके। अगर प्रदेश में लॉकडाउन बढ़ जाता है तो छात्रों के लर्निंग आउटकम्स में कोई बुरा प्रभाव न पड़े, इसके लिए ऑनलाइन स्टडी और दूरदर्शन के माध्यम से छात्रों को पढ़ाया जा रहा है. अब हालात को देखते हुए रेडियो के माध्यम से भी छात्रों को पढ़ाया जाएगा।
पेपर चेकिंग का कार्य शुरू
शिक्षा मंत्री ने कहा कि इसके अलावा दसवीं का रिजल्ट भी इसी माह निकालने का प्रयास किया जाएगा। बता दें कि सभी शिक्षकों के घर तक दसवीं के बोर्ड पेपर पहुंचा दिए गए है, वहीं दावा किया जा रहा है कि दस दिन के अंदर छात्रों का रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा। सुरेश भारद्वाज ने कहा कि नौवीं और प्लस वन के दाखिले भी शुरू हो गए हैं।
परिवहन सुविधा के बाद खुलेंगे स्कूल
मंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों को भी तभी खोलना आसान होगा, जब ट्रासंपोर्ट खुलेगा। जानकारी के अनुसार शिक्षा मंत्री ने सरकार को प्रोपोजल में यह भी सौंपा है कि अगर लॉकडाउन खत्म होने के बाद स्कूलों को खोला भी जाता है, तो ऐसे में स्पोर्ट्स की गतिविधियों पर रोक जारी रहेगी। हालांकि ऐसी गेम जो सोशल डिस्टेंसिंग में खेली जा सकती हैं, उन्हें शुरू किया जा सकता है।
मंजूरी के बाद ही फैसला
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आगे यह कहा कि कालेजों का शेड्यूल भी इसी तरह रहेगा। हालांकि उन्होंने साफ किया कि अभी केवल सरकार को प्रोपोजल भेजा गया है। इस पर अभी सरकार की अंतिम मंजूरी बाकी है। सरकार की मंजूरी के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।
जियोग्राफी का होगा पेपर
स्कूल शिक्षा बोर्ड लॉकडाउन खुलने के बाद सिर्फ 12वीं कक्षा का जियोग्राफी का पेपर करवाएगा। इस दौरान शेष रह गए ऑप्शनल पेपर नहीं लिए जाएंगे। इन पेपरों के प्रेक्टिल और इंटरनल असेस्मेंट के मार्क्स छात्रों को दिए जाएंगे। शिक्षामंत्री ने बताया कि 10वीं के पेपर शिक्षकों को चैक करने के लिए दे दिए गए हैं।
जल्द घोषित होगा मैट्रिक का परिणाम
उन्हें 10 दिन के अंदर यह पेपर चैक करने होंगे। इसके बाद बोर्ड द्वारा 10वीं कक्षा रिजल्ट जल्द घोषित कर दिया जाएगा।