जिला ऊना के निजी अस्पतालों में शुक्रवार से रोगियों को केंद्र सरकार की स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान व हिमाचल प्रदेश सरकार की हिम केयर स्वास्थ्य योजना के तहत उपचार सुविधा नहीं मिलेगी।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ऊना शाखा द्वारा प्रदेश सरकार को आयुष्मान व हिमकेयर योजना के तहत निजी अस्पतालों के द्वेय फंडस का पुनर्भुगतान न होने के कारण इन योजनाओं के तहत रोगियों को स्वास्थ्य सुविधाएं जारी रखने में अपनी असमर्थता जता दी है।
इससे अब ऊना जिला में आयुष्मान व हिमकेयर कार्डधारकों को भारी परेशानियों से गुजरना पड़ सकता है। इसके साथ ही सरकारी अस्पतालों में रोगी कल्याण समितियां भी आयुष्मान व हिमकेयर कार्डस के तहत मिलने वाले पुनर्भुगतान राशि के जारी न होने से आर्थिक तंगी का सामना कर रही है।
जिला में आयुष्मान व हिमकेयर योजना लागू होने के बाद जरूरतमंद रोगी काफी हद तक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए निजी अस्पतालों पर आश्रित हो गए थे।
ऊना जिला में ही दो दर्जन से अधिक प्राइवेट अस्पतालों के करोड़ों रुपए के बिल इन दोनों योजनाओं के तहत लंबित है। इसके चलते इन निजी अस्पतालों को अपने दैनिक खर्चे तक चला पाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। (एचडीएम)
आयुष्मान व हिमकेयर प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजना है, जिसका लाभ बड़ी संख्या में लोग उठा रहे है, लेकिन इस योजना के तहत निजी अस्पतालों के पेंडिंग फंडस के पुनर्भुगतान लंबे अरसे से लंबित है।
निजी अस्पतालों के लिए इन परिस्थितियों में इन योजनाओं के तहत रोगियों को भविष्य में उपचार दे पाना संभव नहीं है।
इसलिए आईएमए के निर्णय अनुसार जब तक पिछले बिलों का पुनर्भुगतान क्लीयर नहीं हो जाता, तब तक आयुष्मान व हिमकेयर कार्ड के तहत रोगियों को स्वास्थ्य सुविधाएं निजी अस्पतालों में सस्पेंड की जा रही है
डा. रितेश सोनी, उपाध्यक्ष आईएमए ऊना