शिमला : हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में सुधारों का दौर जारी रहेगा।हिमाचल सरकार दो से कम बच्चों की एडमिशन वाले पुराने प्राइमरी स्कूलों को नजदीकी स्कूलों में मर्ज करने जा रही है।
इनकी संख्या करीब 150 है। इसके साथ ही नए खुले स्कूलों में कम एनरोलमेंट के आधार पर 78 और सरकारी स्कूल डिनोटिफाई हो रहे हैं।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि राज्य के स्कूलों में जहां जरूरत है, वहां शिक्षक पहुंचाने के लिए कड़े फैसले लेने पड़ रहे हैं। पूर्व सरकार के दौरान आंख बंद किए खोले गए स्कूलों में से 286 स्कूलों को डिनोटिफाई किया जा चुका है।
अब नई रिपोर्ट एनरोलमेंट पर आ गई है और इसमें 78 स्कूल और डिनोटिफाई होंगे। इसके साथ ही जिन प्राइमरी स्कूलों में दो या दो से कम बच्चे हैं, उन्हें भी मर्ज किया जा रहा है।
इन्हें नजदीक स्थित दूसरे स्कूल में शिफ्ट किया जाएगा और यदि जरूरत हुई तो राज्य सरकार बच्चे को स्कूल पहुंचाने का किराया भी देगी। इससे शिक्षकों का युक्तिकरण हो जाएगा और इनका इस्तेमाल जरूरत के अनुसार हो सकेगा।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि शिक्षा विभाग में 17 मई, 2023 को हुई कैबिनेट में लिए गए फैसले के अनुसार शिक्षकों के 5821 पद भरने के लिए जल्द प्रक्रिया शुरू होने वाली है।
हिमाचल में प्री नर्सरी टीचर भर्ती को लेकर आगामी कैबिनेट में फैसला होगा। शिक्षा मंत्री ने बताया कि समग्र शिक्षा अभियान के प्रोजेक्ट निदेशक राजेश शर्मा ने नई दिल्ली जाने के बाद अपनी रिपोर्ट सबमिट कर दी है।
इस रिपोर्ट को देखने के बाद ऐसा लग रहा है कि राज्य सरकार को एक तरफ दो साल के एनटीटी डिप्लोमा के आधार पर ही नई भर्तियों की शुरुआत करनी होगी और दूसरी तरफ अपनी डाइट में एनटीटी का दो साल का कोर्स भी साथ ही शुरू करना होगा।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि इस बारे में अंतिम फैसला कैबिनेट ही लेगी।