पंजाब के श्रद्धालुओं से खचाखच भरी एक निजी बस कांगड़ा के ढलियारा दुर्घटनाग्रस्त हो गयी. इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो गयी और 70 लोग घायल हो गये. गंभीर रूप से घायल 32 लोगों को टांडा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है. मृतकों में 8 पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं। 38 लोगों को मामूली चोटें आई हैं।
हादसा वीरवार सुबह 9.30 बजे हुआ। ढलियारा में तीखे मोड़ पर कार को टक्कर मारने के बाद बस गहरी खाई में जा गिरी। 51 सीटर बस में 23 बच्चों के साथ कुल 80 लोग सवार थे। अमृतसर के ये श्रद्धालु चिंतपूर्णी में माथा टेकने के बाद ज्वालाजी मंदिर जा रहे थे।
पंजाब के अमृतसर के गाँवों के थे श्रद्धालू
पंजाब के अमृतसर शहर से सटे गांवों से करीब 80 लोग बुधवार रात 11 बजे निजी बस (पीबी 02 बीजी-9985) में सवार होकर हिमाचल में देवी दर्शन के लिए रवाना हुए। इनमें 38 पुरुष, 19 महिलाएं और 23 बच्चे थे। वीरवार सुबह करीब 6 बजे सभी श्रद्धालुओं ने चिंतपूर्णी मंदिर में माथा टेका। 9 बजे ये लोग चिंतपूर्णी से ज्वालाजी मंदिर के लिए निकले।
सुबह साढ़े नौ बजे ढलियारा से पहले तीखे मोड़ पर चालक ने बस पर से नियंत्रण खो दिया। बस एक कार को टक्कर मारने के बाद 100 मीटर गहरी खाई में जा गिरी।
चालक ने नहीं मानी यात्रियों की बात
तेज रफ्तारी को देखते हुए यात्रियों ने चालक को बस धीरे चलाने के लिए कहा, लेकिन चालक ने कहा कि वे लोग “जय माता की” बोलते रहें, कुछ नहीं होगा। चालक बस को तेजरफ्तार से दौड़ाता रहा और थोड़ी देर बाद ही ढलियारा के पास पहुंचने पर यह हादसा हो गया।
बस के खाई में गिरते ही घटनास्थल पर चीखोपुकार मच गई। आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और घायलों को बाहर निकालना शुरू कर दिया। हादसे के दौरान यात्री अपनों को ढूंढने में लगे थे। छोटे बच्चे बेहताशा रो रहे थे।
हादसे की सूचना मिलते ही ढलियारा के टैक्सी चालकों और युवा मंडल सदस्यों ने घटनास्थल पर पहुंच कर घायलों को बस से बाहर निकालना शुरू कर दिया
हादसे के तुरंत बाद पुलिस और एंबुलेंस भी पहुंच गई। इसके बाद राहत कार्य में तेजी आई। लोगों ने किसी तरह घायलों को बस से बाहर निकाला, लेकिन घायलों को सड़क तक पहुंचाने के लिए बचाव कार्य में लगे लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। ढलान के कारण घायलों को रस्सियों के सहारे सड़क तक पहुंचाया गया।
बचाव कार्य में स्थानीय लोगों का रहा सहयोग
घटनास्थल पर ढलियारा के स्थानीय लोगों और अस्पताल में देहरा के लोगों का बड़ा सहयोग रहा। घटनास्थल का पूर्व विधायक योगराज ने भी दौरा किया। हादसे की सूचना मिलने के करीब एक घंटे बाद जिलाधीश कांगड़ा सीपी वर्मा और एसपी संजीव गांधी भी मौके पर पहुंचे और राहत कार्य का जायजा लिया।
हादसे में मृतक दो यात्रियों के शव बस के नीचे बुरी तरह फंस गए थे। उन्हें काफी मशक्कत के बाद भी बाहर निकालने के प्रयास सफल नहीं हो पाए। इसके बाद दो जेसीबी मशीनें मंगवाईं गईं और जेसीबी ने बस तक पहुंचने के लिए एक रास्ता बनाया। इसके बाद बस को जेसीबी के जरिए पलटा कर नीचे फंसे दो शव बाहर निकाले गए।
कांगड़ा के एसपी संजीव गांधी के अनुसार प्रारंभिक जांच में हादसे का कारण तेज रफ्तार और चालक को पहाड़ी सड़कों पर ड्राइविंग का अनुभव नहीं होना सामने आया है।