ई-केवाईसी न करवाने वाले लोगों के ब्लॉक हो जाएंगे हजारों राशनकार्ड

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प्रदेश के लाखों लोगों के राशनकार्ड ब्लॉक हो जाएंगे। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा बार-बार कहने पर भी ई-केवाईसी न करवाने वाले लोगों को अब आने वाले दिनों में डिपो पर मिलने वाला सस्ता राशन नहीं मिल पाएगा।

हिमाचल में कुल 72 लाख 80 हजार 993 उपभोक्ता सस्ते राशन का लाभ ले रहे हैं, जिनमें से अब तक 56 लाख 97 हजार 460 लोगों ने ही अपने कागजात जमा करवाकर ई-केवाईसी करवाई है।

15 लाख 73 हजार 476 लोग ऐसे हैं, जिन्होंने अभी यह प्रक्रिया पूरी नहीं की है। इसके चलते इनको राशन देने की प्रक्रिया रोकी जा सकती है। प्रदेश में अब तक करीब 78 फीसदी लोगों की ही ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी हो पाई है।

प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा में हजारों, जबकि प्रदेश भर में लाखों राशन कार्ड ब्लॉक होने का खतरा मंडरा रहा है। 30 सितंबर को ई-केवाईसी की अंतिम डेट थी।

इसके बाद बाद प्रदेश में करीब 15 लाख 73 हजार 476 लोग, यानी करीब 22 प्रतिशत ई-केवाईसी होना बाकी है। वार वार आग्रह करने के बाबजूद ईकेवाईसी न करवाने वालों पर विभाग अब शिकंजा कसने जा रहा है।

अब खाद्य आपूर्ति विभाग ऐसे राशनकार्ड ब्लॉक करने की प्रक्रिया शुरू करने वाला है। हालांकि जिन राशन कार्ड में एक भी सदस्य की ई-केवाईसी नहीं हुई होगी, उन्हें पहले चरण में ब्लॉक करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

अकेले कांगड़ा जिला में ऐसे 24000 राशन कार्ड हैं, जबकि प्रदेश भर में यह आंकड़ा लाखों में है। लिहाजा ऐसे किसी भी एक्शन का प्रदेश के लाखों राशनकार्ड उपभोक्ताओं पर असर पड़ेगा।

प्रदेश के कुल आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में अब तक कुल 73 लाख में से 57 लाख उपभोक्ता ईकेवाईसी करवा चुके हैं जबकि करीब सवा 16 लाख की ईकेवाईसी होना बाकी है।

खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा लगातार समय सीमा बढ़ाने के बाद अब महकमा ई-केवाईसी न होने पर राशन कार्ड ब्लॉक कर देगा। उधर, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के नियंत्रक पुरुषोत्तम सिंह पंवर का कहना है कि कांगड़ा जिला में 76 फीसदी ई-केवाईसी हो गई है। 24 प्रतिशत लोगों की ईकेवाईसी होना वाकी है।

उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वह लोक मित्र केंद्र जाकर ई-केवाईसी को पूरा करें, तभी उन्हें राशन मिल पाएगा। विभाग ईकेवाईसी न करवाने वाले राशनकार्ड धारकों के कार्ड ब्लाक करने जा रहा है। जिन्हें प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही राशन दिया जाएगा।

सोलन पहले, तो लाहुल अंतिम पायदान पर

प्रदेश में सोलन सबसे ज्यादा 88 प्रतिशत ई-केवाईसी के साथ पहले, जबकि लाहुल-स्पीति 26 प्रतिशत ई-केवाईसी के साथ अंतिम पायदान पर खड़ा है।

कांगड़ा में 1753898 उपभोक्ताओं में से 1335515 की ईकेवाईसी हुई है, जबकि 24 प्रतिशत की ईकेवाईसी होना बाकी है।

कांगड़ा के 418216 उपभोक्ताओं ने ईकेवाईसी नहीं करवाई है, जिसके कारण कांगड़ा में 418216 उपभोक्ताओं जबकि प्रदेश भर में लाखों राशन ब्लॉक किए जा सकते हैं।

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