शिमला: बद्दी में हिमाचल प्रदेश की प्रथम दवा परीक्षण प्रयोगशाला का कार्य मई में पूरा होने की उम्मीद है। यहां आधुनिक तकनीक से दवा का परीक्षण होने से समय की बचत होगी और परिणाम भी तेजी से मिलेंगे।
दवाओं की जांच के लिए भी दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा। इस दवा परीक्षण प्रयोगशाला पर 35 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं।
बद्दी के हिमुडा कांप्लेक्स में बन रही इस दवा परीक्षण प्रयोगशाला में प्रति माह 450 दवाओं का परीक्षण किया जाएगा। एक साल में पांच हजार से अधिक दवाओं का परीक्षण संभव होगा। बद्दी को एशिया में सबसे बड़े फार्मा हब के नाम से जाना जाता है।
बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र में लगभग 600 फार्मा उद्योग क्रियान्वित हैं। इन उद्योगों में देश की लगभग 35 प्रतिशत दवाओं का निर्माण होता है।
प्रयोगशाला का कार्य अंतिम चरण में है। यह हिमाचल प्रदेश में दवाओं का परीक्षण करने वाली पहली प्रयोगशाला होगी। इसके शुरू होने से दवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा।
उधर, सहायक दवा नियंत्रक कपिल धीमान ने बताया कि प्रयोगशाला का कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। मई तक यह प्रयोगशाला शुरू हो जाएगी।
इससे दवा के सैंपलों का तेजी से परीक्षण होगा। अब परीक्षण के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा और दवा की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा।