शिमला : प्रदेश के स्कूलों में शास्त्री पद के लिए बैचवाइज भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है। शिक्षा निदेशालय ने 26 सितंबर को उपनिदेशकों को जारी पत्र में जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए थे।
इसके बाद कई जिलों में बैचवाइज भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिला कांगड़ा में 52 पदों पर बैचवाइज भर्ती के आदेश जारी हो गए है। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने नौ जिलों के लिए आबंटित पदों को ब्यौरा जारी किया था।
नौ जिलों में कुल 494 पदों पर शास्त्री भर्ती होनी है। इसमें से 50 प्रतिशत पद बैचवाइज आधार पर भरें जाने हैं। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बैचवाइज भर्ती प्रक्रिया पूरा करने के लिए दो माह का टारगेट दिया है।
अभी नौ जिलों को ही 494 पद आबंटित किए गए है, तीन जिलों बिलासपुर, चंबा और लाहुल स्पीति को पद आबंटित नहीं किए गए है।
शास्त्री के 50 प्रतिशत लोक सेवा आयोग के माध्यम से सीधी भर्ती से भरे जाने है। सीधी भर्ती के लिए आयोग को रिक्विजिशन भेजी जाएगी। शिक्षा सचिव द्वारा 19 सितंबर को 5291 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए निदेशालय को आदेश किए गए थे।
इसके बाद जिलास्तर पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है। शिक्षा विभाग में टीजीटी के 2276, जेबीटी के 2521 और शास्त्री के 494 पद शामिल हैं। इसमें 2600 पद बैचवाइज और 2691 पद सीधी भर्ती से भरे जाएंगे।
इसी में से शास्त्री के 494 पद है। शास्त्री के 494 पदों पर भर्ती एनसीटीई के नियमों के तहत ही होनी है। भर्ती नियमों में संशोधन की प्रक्रिया काफी लंबी है।
इसमें काफी वक्त लग जाता है। इसके चलते प्रदेश सरकार के स्तर पर फैसला लिया गया है। सरकार द्वारा एनसीटीई के संशोधन को प्रदेश में लागू करने का निर्णय लिया गया है।