राशन डिपुओं में चरमराया पीडीएस सिस्टम,पीओएस मशीनों में नहीं हो रही एंट्री

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हिमाचल प्रदेश में सस्ते राशन के डिपुओं में पीडीएस सिस्टम चरमरा गया है। जहां एक ओर डिपुओं में समय पर दालों सहित राशन नहीं पहुंच रहा है और उपभोक्ताओं को राशन नहीं मिल रहा है।

वहीं गोदामों से डिपुओं को भेजा जा रहा राशन पीओएस मशीनों में एंट्री नहीं हो रहा है। इसके अतिरिक्त निगम के गोदामों से डिपुओं तक राशन पहुंचाने में ठेकेदार आनाकानी कर रहे हैं।

यह आरोप प्रदेश डिपो संचालक समिति ने लगाया है। प्रदेश डिपो संचालक समिति के प्रदेश अध्यक्ष अशोक कवि ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में डिपो धारकों के बिल निगम के गोदामों से कट चुके हैं और डिपो धारकों ने अपने डिपुओं में मिलने वाले निर्धारित कोटे के पैसे भी जमा करवा दिए हैं और डिपुओं में राशन भी आ चुका है, लेकिन डिपुओं पर लगी पीओएस मशीनों में राशन की एंट्री न होने की वजह से डिपो धारक उपभोक्ताओं को राशन वितरित करने में असमर्थ हैं।

निगम के गोदामों में 10 दिन पूर्व दे दिया है परमिट
समिति के प्रदेशाध्यक्ष अशोक कवि ने कहा कि कई जिलों में डिपो धारकों ने निगम के गोदामों में करीब दस दिन पूर्व अपना राशन का परमिट दे दिया है और निगम ने राशन की पूरी राशि भी डिपो धारकों से निगम के खाते में जमा करवा ली है, लेकिन ठेकेदारों द्वारा माह के अंत तक भी डिपुओं पर राशन उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा है।

जानकारी के अनुसार कई जिलों में तो ठेकेदार बीच में ही ठेका छोड़कर भाग गए हैं। अब निगम डिपो धारकों को गोदामों से कम किराए पर राशन उठाने का दबाव बना रहा है।

विभाग का हैल्पलाइन नंबर 1967 भी नहीं कर रहा काम
अशोक कवि ने कहा कि डिपुओं पर आए राशन की एंट्री मशीनों में न होने के बारे में जब संचालक हैल्पलाइन नं. 1967 पर कॉल कर रहे हैं तो टैक्नीकल इशू बता कर पल्ला झाड़ा जा रहा है।

कवि ने कहा कि अब माह के मात्र नौ दिन शेष बचे हैं जिन डिपुओं पर अधिक राशन कार्ड दर्ज हैं उन डिपो धारकों को इतने कम समय में राशन वितरित करना संभव नहीं होगा।

माह के अंतिम दिनों में हमेशा सर्वर की समस्या भी रहती है। ऐसी स्थिति में प्रदेश में हजारों की संख्या में लोग सस्ते राशन से वंचित रह जाएंगे। प्रदेशाध्यक्ष ने सरकार व विभाग से इस समस्या के शीघ्र समाधान की मांग की है।

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