कानून के दायरे में होंगे पंचायत चुनाव : मुख्यमंत्री

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मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष द्वारा लाए गए स्थगन प्रस्ताव और काम रोको प्रस्तावों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।

उन्होंने न केवल पंचायती राज चुनावों से संबंधित विपक्ष के काम रोको प्रस्ताव को स्वीकार किया, बल्कि भाजपा पर सदन की कार्यवाही को बाधित करने और आंतरिक गुटबाजी का भी आरोप लगाया। मुख्यमंत्री सुक्खू ने विपक्ष द्वारा नियम 67 के तहत लाए गए काम रोको प्रस्ताव को भाजपा की रूटीन बताया।

उन्होंने कहा कि यह प्रस्ताव तब लाया जाता है, जब कोई भयंकर परिस्थिति या आपदा आई हो, लेकिन भाजपा इसे सुर्खियों में बने रहने के लिए उपयोग करती है। उन्होंने कहा कि पंचायती राज चुनावों से संबंधित प्रस्ताव पर चर्चा चल रही है और जैसे ही चर्चा समाप्त होगी, सरकार जवाब देगी।

मुख्यमंत्री ने सरकार की तरफ से प्रस्ताव पर चर्चा को स्वीकार कर लिया, जिससे भाजपा की रणनीति धरी रह गई। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार कानून की परिधि में रहकर पंचायत चुनाव करवाएगी, यह इंगित करते हुए कि कांग्रेस पार्टी संविधान की सबसे बड़ी रक्षक है, जिसने पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रावधान किया।

बंजार को बड़ी राहत, मिलेंगे आठ लाख

आपदा प्रबंधन और वित्तीय स्थिति पर बोलते हुए मुख्यमंत्री सुक्खू ने स्पष्ट किया कि बंजार में आपदा प्रभावितों के लिए, जिनके घर आग में जल गए, सरकार ने राहत देने का फैसला लिया है। उन्होंने घोषणा की कि प्रभावितों को घर बनाने के लिए सात लाख और जले हुए सामान के लिए एक लाख दिए जाएंगे।

तनाव में जयराम ठाकुर बने भविष्य वक्ता

मुख्यमंत्री ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए दावा किया कि विपक्ष पांच गुटों में बंटा हुआ है, जिसका दबदबा विपक्षी विधायक दल में साफ दिखाई देता है। उन्होंने कहा कि विपक्षी विधायकों में पहले प्रस्ताव लाने की होड़ मची रहती है।

उन्होंने जयराम ठाकुर पर तंज कसते हुए कहा कि वह तनाव में रहते हैं और अब भविष्य वक्ता बन गए हैं, जो सत्ता पक्ष के बारे में ज्यादा भविष्यवाणी करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब तथ्य के साथ दिया जाएगा।

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