जल शक्ति विभाग में करूणामूलक आधार पर नौकरियां देने का सिलसिला शुरू हो गया है। लंबे समय के बाद जल शक्ति विभाग में 24 पदों पर नियुक्तियां देने के आदेश जारी हुए हैं।
इसमें 15 जेओए लगाए गए हैं, तो 9 बेलदार के पदों को भरने के आदेश हुए हैं। हालांकि अभी विभाग में लगभग 400 से ज्यादा पद खाली चल रहे हैं, जिनको भर पाना आसान नहीं है।
क्योंकि बताया जा रहा है कि इन आश्रितों के लिए अभी पद ही खाली नहीं हैं। जो पद खाली थे, उन पर नियुक्ति के आदेश दे दिए गए हैं। आने वाले समय में सरकार शेष आश्रितों को रखने के लिए नीति में बदलाव कर रही है।
यहां बता दें कि कुछ विभाग ऐसे हैं जिनके पास पद नहीं है और कुछ के पास काफी ज्यादा पोस्ट हैं, परंतु वहां पर नियुक्तियां नहीं हो रही हैं।
करूणामूलक आश्रितों के मामले में कानूनी लड़ाई भी चल रही थी, जिसके बाद यहां सरकार ने नीति में परिवर्तन के लिए एक कैबिनेट सब कमेटी बनाई थी।
मुख्यमंत्री से यह लोग आग्रह करेंगे कि नई पॉलिसी के प्रावधानों को जल्द नोटिफाई किया जाए। प्रदेश भर से शिमला में इन आश्रितों को जुटाने की रणनीति बन रही है।
करूणामूलक संघ के पदाधिकारी अजय मोरया ने कहा कि सरकार ने जब नीति बना दी है तो उसे अधिसूचित किया जाए। कई विभागों में पद खाली पड़े हैं जिनको इन आश्रितों से भरा जाना चाहिए।
सालों से यह लोग रोजगार का इंतजार कर रहे हैं और उन्हें उम्मीद है कि सरकार उनको रोजगार देगी। वहीं जल शक्ति विभाग में जो 24 पद भरने के आदेश हुए हैं वो पुरानी पॉलिसी के आधार पर भरे जाएंगे।
अभी नई पॉलिसी में कई विभागों में इन आश्रितों को रोजगार हासिल हो जाएगा यह तय है।