हिमाचल प्रदेश के कई भागों के लिए भारी बारिश और ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश में 3 अप्रैल तक मौसम खराब बना रहने की संभावना है।
आज भी प्रदेश में बारिश-बर्फबारी की संभावना जताई गई है। कुछ भागों में ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। शिमला में भी मौसम खराब बना हुआ है।
वहीं, 31 मार्च के लिए निचले व मध्य पर्वतीय कई भागों में भारी बारिश और ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। 1 अप्रैल को भी मध्य व उच्च पर्वतीय कुछ स्थानों पर बारिश-बर्फबारी की संभावना है।
3 अप्रैल को मैदानी, मध्य व उच्च पर्वतीय कई भागों में बारिश की संभावना है। चोटियों पर बर्फबारी हो सकती है।
न्यूनतम तापमान
शिमला में न्यूनतम तापमान 8.8, सुंदरनगर 10.1, भुंतर 7.8, कल्पा 2.8, धर्मशाला 12.2, ऊना 14.6, नाहन 10.3, केलांग माइनस 1.0, पालमपुर 10.0, सोलन 9.2, मनाली 5.5, कांगड़ा 13.8, मंडी 11.6, बिलासपुर 15.0, हमीरपुर 12.2, चंबा 10.9, डलहौजी 8.0, जुब्बड़हट्टी 10.4, कुफरी 6.5, कुकुमसेरी 0.3, नारकंडा 4.5, रिकांगपिओ 6.0, धौलाकुआं 14.0, बरठीं 12.0, पांवटा साहिब 16.0 और सराहन में 7.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
आनी के जाबन में ओलों ने बरपाया कहर
वहीं, बीती देर रात आनी के जाबन क्षेत्र में भारी ओलावृष्टि होने से बागवानों को झटका लगा है। फ्लावरिंग के समय हुई ओलावृष्टि से जहां फलों की सेटिंग प्रभावित करेगी, वहीं सेब की कलियां पत्तों सहित जमीन पर टूट गईं।
अत्याधिक ओलावृष्टि होने से कई बागवानों के बांस और जालियां भी टूट गई हैं। कई सेब के पौधों को भी नुकसान पहुंचा है।
आनी वैली ग्रोवर एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश ठाकुर, महासचिव वीरेंद्र परमार ने बताया कि उनके सेब बहुल क्षेत्र जाबन में बीती रात भारी ओलावृष्टि ने सेब बागवानों की चिंता बढ़ा दी है।
उधर, विधायक आनी लोकेंद्र कुमार ने बताया कि बागवानों को ओलावृष्टि से हुए नुकसान को लेकर मुआवजे की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग को नुकसान का आकलन करने के लिए कहा गया है।