हिमाचल में मानसून की दस्तक, पहली ही बारिश ने मचाई तबाही

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शिमला। हिमाचल प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है। पिछले साल की तुलना में इस बार मानसून ने चार दिन पहले राज्य में प्रवेश किया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने इसकी पुष्टि की है।

केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि दक्षिणी-पश्चिमी मानसून शनिवार को हिमाचल में दाखिल हो गया है। अगले दो दिन राज्य के अधिकतर हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की आशंका है।

सिरमौर, शिमला, सोलन, बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर, मंडी और कांगड़ा जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है। मानसून के आगमन पर राज्य में खूब वर्षा हुई है।

मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक बीते 24 घण्टों में मंडी जिला के कटौला में 163 मिमी, चंबा के सिंहुता में 160 मिमी, सोलन के कसौली में 145, कांगड़ा में 143, शिमला शहर में 99, गोहर में 81, पण्डोह में 74, सुंदरनगर में 70 और पच्छाद में 65 मिमी वर्षा हुई है।

इस बीच मानसून की व्यापक वर्षा ने कहर बरपा दिया है। राज्य के विभिन्न भागों में मूसलाधार वर्षा ने तबाही मचा दी है। राजधानी शिमला में जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं पेश आईं। पेड़ धराशायी हुए और कई जगह मलबे की चपेट में गाड़ियां आ गई है।

Monsoon, weather Yellow alert

सोलन के चायल कोटी में हुए भूस्खलन से कालका-शिमला रेल मार्ग अवरुद्ध होने से रेलों की आवाजाही भी ठप हो गई है। चंबा जिला के भरमौर में कुंगली जोत के समीप हिमस्खलन होने के कारण 290 भेड़-बकरियों की मौत हो गई है।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक क्षेत्र के नौ भेड़ पालकों की भेड़-बकरियों की मौत हुई है। भेड़ पालक इस हादसे वाले रास्ते से गुजर रहे थे कि हिमस्खलन होने से भेड़-बकरियां इसकी चपेट में आ गईं।

राजधानी शिमला के कृष्णा नगर में रात भर हुई बारिश के बाद पानी व तेज़ बहाव ने नाले का रुख बदल दिया। जिसने मलबे के साथ चार गाड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया। गाड़ियां तो क्षतिग्रस्त हुई ही साथ ही स्लाटर हाउस को जाने वाली सड़क में भी सारा मलबा आ गया और सड़क नाले में तब्दील हो गई।

इसी तरह समरहिल में पेड़ गिरने से सड़क बंद हो गई है। ढली बाईपास रोड भी मलबा आने से नेशनल हाईवे-पांच कुछ समय के लिए बंद रहा।

कृष्णानगर में मलबे की चपेट में आए गाड़ियों के मालिकों ने कहा कि स्मार्ट सिटी के नाम पर जो नाले बनाए गए उनमें घटिया सामग्री इस्तेमाल की गई है। जो प्री-मानसून की बारिश में बह गया और उनकी गाड़ियों को भारी नुकसान पहुंचा है।

इसके अलावा उपनगर संजौली में समिट्री के पास निर्माणाधीन टनल का मलबा लोअर समिट्री में खड़ी तीन गाड़ियों पर जा गिरा।

मलबे में आधी गाडिय़ां दबी हैं और सड़क भी बाधित है। स्थानीय निवासी रमेश ठाकुर व देवेंद्र ठाकुर ने आरोप लगाया कि टनल का निर्माण कार्य चला हुआ है, जिससे पानी का बहाव सड़क व घरों की तरफ़ मोड़ दिया गया है, जिससे आने वाली बरसात में और भी भारी नुकसान होने की आशंका है।

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