ऊना मुख्यालय स्थित 20 करोड़ रुपए से तैयार मिनी सचिवालय भवन में अभी तक सरकारी कार्यालय शिफ्ट नहीं हो पाए है। मिनी सचिवालय भवन का करीब छह माह पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल में उद्घाटन भी कर दिया गया था, लेकिन उद्घाटन के छह माह बाद भी यह भवन जनसमर्पित नहीं हो पाया है।
अभी भी प्रशासनिक कार्य पुराने भवन में ही चल रहे है। आखिर उदघाटन के छह माह भी प्रशासन यहां सरकारी कार्यालय शिफ्ट क्यों नहीं कर पा रहा है? यह प्रश्न विचारणीय है। हालांकि संबंधित विभाग ने छह मंजिला मिनी सचिवालय का भवन रिकॉड समय में तैयार कर दिया था। लेकिन इसके बाद विभाग इस भवन में फायर फाइटिंग सिस्टम लगाना भूल गया था।
प्रशासनिक अधिकारियों के जहन में उक्त मामला आने के बाद मिनी सचिवालय भवन में फायर फाइटिंग सिस्टम भी लगाया गया। लेकिन उदघाटन के छह माह बाद भी भवन में काम चल रहा है।
आखिर कछुआ चाल से चल रहे इस कार्य से आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन की नाकामी लोगों पर भारी पड़ रही है और अभी भी सारा काम पुराने भवन में ही चल रहा है।
ऊना शहर में प्रशासनिक व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए 20 करोड़ रुपए की लागत से मिनी सचिवालय का निर्माण किया गया है। विधानसभा चुनावों से पूर्व भाजपा सरकार ने मिनी सचिवाचल के आधे अधूरे काम के बीच ही मिनी सविवालय का उदघाटन कर दिया। हालांकि उस समय मिनी सचिवालय के छह मंजिला भवन को तैयार कर लिया गया था।
नई सरकार में भी नहीं शुरु हो पाया मिनी सचिवालय
प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हो चुका है। कांग्रेस सरकार ने काम करना शुरु कर दिया है। लेकिन ऊना में भाजपा कार्यकाल में शुरु हो चुके मिनी सचिवालय भवन अभी तक जनता की सुविधा के लिए सुचारु नहीं हो पाया है।
कार्यालय शिफ्ट नहीं होने से अधिकारी हो रहे परेशान
मिनी सचिवालय के नए भवन में सरकारी कार्यालय शिफ्ट नहीं होने से अधिकारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के दिनों में सरकारी कार्यालय में बरसाती पानी घुस रहा है। गत दिवस बारिश के बाद पानी एएसपी, डीएसपी सहित अन्य कार्यालयों में घुस गया। जिससे अधिकारियों सहित अपने काम के लिए कार्यालयों में आने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।