शिमला: कांगड़ा जिला के गगल एयरपोर्ट के विस्तार का रास्ता लगभग साफ हो गया है। इस हवाई पट्टी को लंबा करने के लिए हुए सोशल इम्पैक्ट असेस्मेंट की रिपोर्ट पर एक्सपर्ट ग्रुप ने भी अपनी रिपोर्ट सरकार को दे दी है।
यह रिपोर्ट भी पॉजिटिव है। डीसी कांगड़ा के माध्यम से रिपोर्ट प्रधान सचिव पर्यटन को मिल गई है। राज्य सरकार को इसे स्वीकार करना है और इसके साथ ही फिर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तार पर काम बेहद तेज गति से चल रहा है। इसके लिए सोशल इम्पैक्ट असेस्मेंट का काम पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन इंस्टीच्यूट को दिया गया था, जिसे एजेंसी एसआर एशिया से पूरा करवाया गया।
इसके बाद 19 अप्रैल, 2023 को प्रधान सचिव पर्यटन ने एक एक्सपर्ट ग्रुप का गठन किया। इस विशेषज्ञ ग्रुप के चेयर पर्सन डिप्टी कमिश्नर रिलीफ एंड रिहैबिलिटेशन राजा का तालाब थे।
दो माह की निर्धारित समय के भीतर ही यह रिपोर्ट आ गई है। इसमें ग्राम पंचायत गगल और ग्राम पंचायत रछियालु के पंचायत प्रधानों के अलावा दो एचएएस अधिकारी भी लगाए गए थे।
इस रिपोर्ट के आने के बाद राज्य सरकार इस पर फैसला लेगी और फिर सेक्शन 11 के तहत भूमि अधिग्रहण की नोटिफिकेशन होगी। यह अधिग्रहण 2013 के एक्ट के मुताबिक होगा और इसे दो चरणों में से पूरा किया जाएगा।
इसमें करीब 1200 परिवार प्रभावित होंगे, जिन्हें अन्यत्र बसाया जाएगा। भूमि अधिग्रहण पर करीब 2000 करोड़ का खर्चा आने वाला है, जिसे राज्य सरकार वहन करेगी।
गग्गल एयरपोर्ट में हवाई पट्टी को वर्तमान 1376 मीटर से बढ़ाकर 3010 मीटर किया जाएगा। इसके बाद बोइंग और एयरबस जैसे बड़े जहाज यहां उतर पाएंगे।
इसमें सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि इस एयरपोर्ट के विस्तार के लिए मांझी घाट के ऊपर से रनवे बनेगा। यह ब्राउनफील्ड कैटेगरी का एयरपोर्ट होगा, जिसे विस्तार देने में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया भी खर्र्च करेगी।(एचडीएम)