शिमला : मुंबई और चेन्नई से दो दिन पहले स्पेशल ट्रेन से हिमाचल लाए गए 18 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें 13 मामले काँगड़ा जिला के, 4 मामले मंडी जिला के मंडी तथा एक व्यक्ति के कुल्लू जिला के क्वारंटाइन सेंटर से सैंपल भरे गए थे। प्रदेश में एक साथ रिकार्ड 18 मामले सामने आना और एक जिला में एक साथ रिकार्ड 13 मरीज मिलना बड़ी चिंता की बात है। इससे पहले एक दिन में दस मामले मिलने का रिकार्ड था।
16 मई को आई थी ट्रेन
खास है कि राज्य सरकार 16 मई को मुंबई से ऊना के लिए स्पेशल ट्रेन लाई थी। इसमें 736 लोग 18 मई को ऊना पहुंचे थे। प्रदेश भर से क्वरंटाइन सेंटरों में रखे गए इन लोगों की मंगलवार से सैंपल भरने की प्रक्रिया शुरू हुई है। इसके तहत बुधवार सुबह सबसे पहले कांगड़ा के पांच और कुल्लू जिला का एक व्यक्ति में कोरोना की पुष्टि हुई।
एक के बाद एक मामले आए
थोड़ी देर के बाद कुछ और सैंपलों की जारी हुई रिपोर्ट में कांगड़ा जिला के छह और कोरोना पीडि़त पाए गए। इसके बाद शाम होते-होते कांगड़ा जिला में दो और केस सामने आ गए। बताया जा रहा है कि ये सभी मुंबई और चेन्नई से आए थे और एहतियात के तौर पर प्रशासन ने इन सभी को परौर, ज्वालामुखी और ढलियारा में इंस्टीच्यूशनल क्वारंटाइन किया गया था।
कांगड़ा के जिलाधीश राकेश प्रजापति ने बताया कि परौर में कोरोना के संक्रमित लोगों में से धर्मशाला के झियोल और जयसिंहपुर के सरीमोलग के तीन-तीन, लंबागांव के दो, ज्वालामुखी, बैजनाथ व पालमपुर का एक-एक नागरिक पॉजिटिव मिला है। वहीं, ज्वालामुखी क्वारंटाइन सेंटर में जयसिंहपुर के बजोट का 41 साल का युवक पॉजिटिव निकला।
कई नवयुवक भी शामिल
युवक चेन्नई से यहां पहुंचा था। वहीं दिल्ली से लौटे अपर खैरा के एक 55 साल के अधेड़ की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। इसे ढलियारा में क्वारंटाइन किया गया था। इलाज के लिए इन सभी को कोविड केयर सेंटर बैजनाथ शिफ्ट कर दिया गया है। वहीं, कुल्लू जिला में कोविड 19 का पहला मामला सामने आने से लोग सहम गए हैं।
बताया जा रहा है कि मुंबई से स्पेशल ट्रेन में ऊना पहुंचे दस युवकों को प्रशासन ने 18 मई को बस में कुल्लू पहुंचाया। इन सभी को कुल्लू आयुर्वेदिक अस्पताल में स्थापित कोविड केयर सेंटर के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था। जिलाधीश डाक्टर रिचा वर्मा ने बताया कि इनमें से आनी के 23 साल के युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। युवक का अब यहीं पर इलाज किया जाएगा।
मंडी से 4 मामले
इसी बीच बुधवार शाम मंडी जिला में भी एक साथ चार मामले सामने आ गए। मंडी में छह मई के बाद से कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया था, लेकिन बुधवार को नेरचौक मेडिकल कालेज में चार सैंपल पॉजिटिव पाए जाने से हड़कंप मच गया है। हैरानी की बात यह है कि इनमें से दो मामले मंडी के ग्रामीण क्षेत्रों से सामने आए हैं, जहां पीडि़तों की कोई भी ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है।
जुटाई जा रही जानकारी
डीसी मंडी ने बताया कि चारों मामलों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। जिन ग्रामीणों क्षेत्रों में मरीज मिले हैं, उन्हें कंटेनमेंट जोन में बदला जाएगा। गौरतलब है कि प्रदेश भर में बुधवार को कोरोना के 1504 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। इनमें से खबर लिखे जाने तक पांच लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी, जबकि 911 मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। 588 सैंपल्स की रिपोर्ट आनी बाकी थी।
बाकी 13 पॉजिटिव मिले लोग मंगलवार को बच गए सैंपल्स की रिपोर्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं। राज्य में अब तक कोरोना संक्रमण के 21 हजार 147 सैंपल लिए जा चुके हैं। इनमें से 20 हजार 449 की रिपोर्ट नेगेटिव पाई जा चुकी है। हिमाचल में 110 मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके अलिवा 50 मरीज इस संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हो चुकी है।
खुल छोड़ दिए नेपाली
महाराष्ट्र के पुणे से दो नेपाली स्पेशल ट्रेन में शिमला पहुंच गए। रजिस्ट्रेशन में अपना रिहायशी पता कुल्लू जिला के आनी का दिखाने वाले इन दोनों नेपालियों को प्रशासन ने आंखों पर पट्टी बांध कर रामपुर के समीप सैंज के लूहरी में उतार दिया,जबकि इन्हें इंस्टीच्यूशनल क्वारंटाइन किया जाना चाहिए था।
इस कारण अगले 24 घंटों तक दोनों नेपालीजगह-जगह घूमते रहे। इसके बाद स्थानीय लोगों ने वीडियो बनाकर वायरल किया तो प्रशासन जागा और इन्हें इंस्टीच्यूशनल क्वारंटाइन सेंटर में भेज दिया गया।
सरकार सख्त
हॉटस्पॉट से आए दो नेपाली नागरिकों को बीच रास्ते में छोड़ देने का मामला सामने आने के बाद राज्य सरकार ने तल्ख तेवर दिखाए हैं। इस भयंकर चूक पर शिमला तथा कुल्लू दोनों प्रशासनों से जवाब तलब करने के बाद नई गाइडलाइंस जारी की गई है।
इसमें कहा गया है कि बाहरी राज्यों से लौट रहे हिमाचलियों की हैंडओवर और टेकओवर करना जरूरी होगा। इसके बाद ही उन्हें बस और ट्रेन से नीचे उतरने की अनुमति होगी। जाहिर है कि सड़कों पर खुले छोड़े गए नेपालियों के मामले में प्रशासन की किरकिरी हुई है।
अब तक कोरोना
कुल सैंपल 21147
कुल नेगेटिव 20449
कुल पॉजिटिव 110
ठीक हुए 50
पॉजिटिव (माइग्रेटिड) 04
उपचाराधीन 53
कोरोना से मौत 03