जोगिन्दरनगर।। सामरिक रूप से महत्वपूर्ण मंडी-पठानकोट राष्ट्रीय उच्च मार्ग 12वें दिन भी बहाल नहीं हो पाया है। कोटरोपी में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण(NHAI) ने यहां अस्थायी तौर पर मार्ग को बहाल कर छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू करने का दावा किया था। सूत्रों के अनुसार हालाँकि एनएचएआई अब खुद ही इस मामले में लेटलतीफी बरत रहा है। इससे लोगों में आक्रोश बढ़ गया है।
प्रशासन का कहना है कि देश की सुरक्षा को लेकर महत्त्वपूर्ण इस हाई-वे को 24 घंटे तक भी बंद नहीं रखा जा सकता है। हाई-वे 12 दिन से बंद है। ऐसे में लेह लद्दाख को जाने वाली सैन्य सामाग्री सहित अन्य कारोबारियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 12 दिन के बंद नेशनल हाई-वे से करोड़ों का नुकसान जनता को झेलना पड़ रहा है।
NH बहाल ना होने पर अब लोगों ने एनएचएआई पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। सूचना के अनुसार एनएचएआई ने एक मात्र छोटा टिपर तैनात किया गया है जिस वजह से मलबा उठाने में विलंब के चलते इस सारे काम मे देरी हो रही है। लोगों का कहना है कि घटासनी से लेकर गवाली तक खस्ताहाल एनएच को दुरुस्त करने का कार्य भी काम कछुआ चाल से चला हुआ है।
स्थानीय ग्रामीणों सेवानिवृत्त इंजीनियर एमएल चंदेल, संजय शर्मा, एलएस कल्याण, टेक सिंह, चिंतामणि, राजेश कुमार, बीरी सिंह, अनंत राम, पृथ्वी सिंह और महेश कुमार ने मांग उठाई है कि कोटरोपी घटनास्थल पर एनएच राज्य सरकार के अधीन किया जाए।
गुस्साए ग्रामीणों ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि मंगलवार को एनएच बहाल नहीं हुआ तो धरना प्रदर्शन करेंगे।
“मार्ग को दुरुस्त करने का कार्य किया जा रहा है। एनएचएआई लगातार राहत कार्य में जुटा है। आने वाले समय में किसी भी प्रकार का जोखिम ना रहे इसे ध्यान में रखते हुए कार्य प्रगति पर है।” –साहिल जोशी, साइट इंजीनियर एनएचएआई
“प्रशासन समय-समय पर घटनास्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा ले रहा है। एनएचएआई को कार्य में तेजी लाने के लिए और टिपर बढ़ाने के आदेश दिए जाएंगे।” –संजीत ठाकुर, एसडीएम, पधर