हिमाचल प्रदेश के लिए पर्यटन की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण परियोजना किरतपुर-नेरचौक फोरलेन का निर्माण कार्य 15 मई को पूरा हो जाएगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) मंडी के परियोजना निदेशक ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर इस बारे में सूचित किया है।
परियोजना का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं। केंद्रीय परिवहन मंत्री गडकरी भी उनके साथ मौजूद रह सकते हैं। हालांकि अभी उद्घाटन शेड्यूल तय होने में वक्त लगेगा।
केंद्रीय मंत्रालय की आधिकारिक पुष्टि के बाद ही तय होगा कि उद्घाटन के लिए कौन आएगा। परियोजना में टनलों और पुलों का 6.5 फीसदी निर्माण कार्य बाकी है।
परियोजना पूरी होने के बाद गरामोड़ा से सुंदरनगर के भवाणा तक पहुंचने में साढ़े तीन घंटों के बजाय मात्र 50 मिनट लगेंगे। जाम से भी छुटकारा मिलेगा।
यहां बनेगा डबललेन
खास बात यह है कि जकातखाना और मंडी भराड़ी में रेल लाइन बीच में आने से यहां डबललेन बनेगा। फोरलेन में दो टोल प्लाजा बिलासपुर के बलोह और पंजाब के बौरा में बने हैं।
फोरलेन को बनाने में 4,200 करोड़ से ज्यादा लागत आई और इसे पूरा करने में 10 साल लगे। किरतपुर-नेरचौक फोरलेन शुरू होने से चंडीगढ़ से मनाली पहुंचने में आठ की बजाय चार घंटे लगेंगे।
वहीं कुल्लू, हमीरपुर, और मंडी के लोगों को भी इसका लाभ होगा। दूसरी ओर नेरचौक-मनाली फोरलेन के दो चरण का कार्य पूरा हो चुका है और तीसरे का कार्य चल रहा है।
वर्तमान में किरतपुर से नेरचौक की दूरी 114 किलोमीटर है, लेकिन फोरलेन बनने से दूरी 77 किलोमीटर रह जाएगी। सौंदर्यीकरण के लिए डिवाइडर में दोनों ओर 36,235 पौध लगाए जाएंगे।
मां नयना देवी मंदिर, गोबिंद सागर झील और एम्स पहुंचने में होगी आसानी
फोरलेन से मां नयना देवी के मंदिर, गोबिंद सागर झील और एम्स बिलासपुर तक पहुंचने में आसानी होगी। परियोजना के तैयार होने से जहां प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, वहीं सामरिक दृष्टि से भी यह महत्वपूर्ण है। मनाली तक जाने वाला यह फोरलेन सेना के लिए मददगार होगा। सेना को लद्दाख तक पहुंचने में आसानी होगी।