इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) की विभिन्न डिग्री, डिप्लोमा कोर्स की सत्रांत परीक्षाएं दो दिसंबर से 9 जनवरी तक होंगी। इग्नू ने इसके लिए प्रदेश में 31 केंद्र स्थापित किए हैं। इन केंद्रों में करीब 27 हजार विद्यार्थी परीक्षा देंगे।
विश्वविद्यालय की ओर से परीक्षाओं के लिए पात्रता पूरी करने वाले विद्यार्थियों को प्रवेश-पत्र जारी कर दिए गए हैं। विद्यार्थी अपने प्रवेश पत्र इग्नू की वेबसाइट www.ignou.ac.in से डाउनलोड कर सकते हैं।
इधर, इग्नू ने जेल बंदी छात्रों के लिए कारागारों में भी परीक्षा केंद्र बनाए हैं, इसके अलावा विदेशों में भी परीक्षाओं के लिए केंद्र स्थापित किए हैं। परीक्षा केंद्रों को निर्देश दिए गए हैं कि यदि किसी विद्यार्थी के पास प्रवेश-पत्र नहीं है और उसका नाम परीक्षार्थी सूची में है, तो विद्यार्थी को परीक्षा में बैठने के लिए अनुमति प्रदान की जाए।
परीक्षा के दौरान विश्वविद्यालय और सरकार की ओर से जारी वैध पहचान-पत्र (आईकार्ड) उनके पास होना चाहिए। परीक्षा हॉल के अंदर मोबाइल फोन की अनुमति नहीं है। परीक्षाएं करवाने के लिए इग्नू प्रबंधन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। परीक्षाओं में के लिए प्रदेश भर में स्थापित किए गए 31 केंद्रों में 27 हजार से अधिक छात्र अपीयर होंगे।
जेल बंदी विद्यार्थियों के लिए कारागारों में भी परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसके अलावा विदेशों में भी परीक्षाओं के लिए इग्नू ने केंद्र बनाए हैं। परीक्षा संबंधी अधिक जानकारी के लिए इग्नू परीक्षा केंद्र, अध्ययन केंद्र या इग्नू क्षेत्रीय केंद्र शिमला के दूरभाष नंबर 0177-2624612 पर संपर्क किया जा सकता है- डॉ. योगेंद्र यादव, इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक
इसके अलावा दीक्षांत समारोह के दौरान 12 स्वर्ण पदक और 461 मेरिट प्रमाण पत्र भी प्रदान किए जाएंगे। औपचारिक रूप से तो विवि की स्थापना 1 दिसंबर 1985 में हुई लेकिन विश्वविद्यालय का अस्तित्व सोलन के कृषि कॉलेज से जुड़ा है, जो वर्ष 1962 में शुरू हुआ था। स्थापना के बाद से ही नौणी विश्वविद्यालय का शिक्षा, शोध और विस्तार में उत्कृष्टता का लंबा इतिहास रहा है।