कालका-शिमला हेरिटेज रैलवे ट्रैक पर मई के पहले सप्ताह से हॉलीडे स्पेशल ट्रेन का संचालन शुरू होगा। गर्मियों की छुट्टियों में बड़ी संख्या में सैलानी रेल मार्ग से शिमला आ रहे हैं।
शिमला आने वाली गाड़ियों में लंबी वेटिंग लिस्ट के कारण सीटों की बुकिंग में सैलानियों को दिक्कत पेश आ रही है। सैलानियों को अतिरिक्त सुविधा देने के लिए उत्तर रेलवे एक अतिरिक्त हॉलीडे स्पेशल ट्रेन चलने जा रहा है।
कालका-शिमला नैरोगेज ट्रैक पर रोमांचक सफर के लिए सैलानी खासे उत्साहित रहते हैं। कालका और शिमला के बीच 103 सुरंगें सफर को दिलचस्प बनाती हैं। बड़ोग रेलवे स्टेशन पर 33 नंबर बड़ोग सुरंग सबसे लंबी है।
इसकी लंबाई 1143.61 मीटर है। सुरंग क्रॉस करने में टॉय ट्रेन ढाई मिनट का समय लेती है। रेलमार्ग पर 869 छोटे-बड़े पुल हैं। पूरे रेलमार्ग पर 919 घुमाव आते हैं।
तीखे मोड़ों पर ट्रेन 48 डिग्री के कोण पर घूमती है। कालका-शिमला रेलमार्ग नैरोगेज लाइन है। इसमें पटरी की चौड़ाई दो फीट छह इंच है।
कालका-शिमला रेललाइन के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए यूनेस्को ने जुलाई 2008 में इसे वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल किया था। कनोह रेलवे स्टेशन पर ऐतिहासिक आर्च गैलरी पुल 1898 में बना था। शिमला जाते यह पुल 64.76 किमी पर मौजूद है। आर्च शैली में निर्मित चार मंजिला पुल में 34 मेहराबें हैं।
मई के पहले सप्ताह से चलेगी हाॅलीडे स्पेशल
कालका और शिमला के बीच हाॅलीडे स्पेशल ट्रेन का संचालन मई माह के पहले सप्ताह से प्रस्तावित है। सैलानियों की सुविधा के लिए 15 जुलाई तक स्पेशल ट्रेन संचालित की जाएगी।- मनदीप सिंह भाटिया, मंडल रेल प्रबंधक अंबाला
कालका और शिमला के बीच चल रहीं रेल मोटरकार सहित 6 गाड़ियां
रेल मोटरकार (72451), शिवालिक डीलक्स एक्सप्रेस (52451), हिमालयन क्वीन (52455), कालका शिमला एक्सप्रेस (52453), कालका शिमला एक्सप्रेस (52459), कालका शिमला एक्सप्रेस (52457) इन दिनों पैक चल रही हैं। अगले हफ्ते के लिए कुछ गाड़ियों में वेटिंग (इंतजार) 60 से अधिक पहुंच गई है।
विदेशी मेहमानों को दिया गाला डिनर, कृषि मंत्री ने शॉल-टोपी पहनाकर किया स्वागत
जी 20 बैठक के लिए धर्मशाला आए विदेशी मेहमानों के सम्मान में प्रदेश सरकार ने एचपीसीए स्टेडियम में गाला डिनर का आयोजन किया। उन्हें हिमाचली परंपरा के अनुरूप प्रदेश सरकार ने सम्मानित किया।
कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने डेलीगेट्स को उपहार भेंट किए। डेलीगेट्स को हिमाचली टोपी-शॉल के अलावा कांगड़ा पेंटिंग्स देकर सम्मानित किया गया। उन्हें पाइन निडल ईयर रिंग्स, किन्नौरी फ्लावर कोस्टर, देव संस्कृति के प्रतीक मोहरों के साथ हिमाचली हस्तशिल्प उत्पाद ट्वीड टोट बैग और जूट मैट उपहार में दिए गए।
इस दौरान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष आरएस बाली, कांगड़ा-चंबा के सांसद किशन कपूर, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना और उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल सहित प्रशासनिक अमला उपस्थित रहा।
गाला डिनर के दौरान विदेशी मेहमानों को हिमाचल की समृद्ध लोक संस्कृति से भी अवगत करवाया गया।
प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोक कलाकारों ने नृत्य और संगीत के माध्यम से डेलीगेट्स को हिमाचल की सांस्कृतिक समृद्धि की झलक दिखाई। उन्होंने हिमाचल सरकार की मेहमाननबाजी का आभार जताया। इस अवसर पर कुछ डेलीगेट्स कलाकारों के साथ हिमाचली लोक धुनों में थिरकते हुए भी नजर आए।