दो महीने का सूखा खत्म, किसान-बागबानों के चेहरे खिले, बर्फबारी से सेब कारोबार को मिली संजीवनी

39

शिमला : हिमाचल भर में दो महीने से जारी सूखा आखिरकार खत्म हो गया है और मौसम की करवट से किसानों और बागबानों के चेहरे फिर से खिल गए हैं। ताजा बर्फबारी का सबसे बड़ा असर सेब बागबानी में देखने को मिल रहा है।

प्रदेश में छह हजार करोड़ की सेब बागबानी बर्फबारी न होने की वजह से खतरे में पड़ गई थी। चिलिंग आवर को पूरा करने के लिए बागबान कृत्रिम प्रबंध कर रहे थे, लेकिन अब इनकी जरूरत नहीं रही है।

सेब बहुल इलाकों में बुधवार सुबह से बर्फबारी शुरू हो गई थी और यह क्रम लगभग पूरा दिन ही जारी रहा। शिमला, किन्नौर, लाहुल-स्पीति, कुल्लू और चंबा में अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सीजन का पहला हिमपात हुआ है।

शिमला में खड़ापत्थर, कुफरी, नालदेहरा, कुकुसमेरी, मनाली, केलांग, भरमौर, जोत, पांगी, लाहुल-स्पीति, कुल्लू और किन्नौर के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ताजा हिमपात हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के इन हिस्सों में आठ से 12 सेंटीमीटर तक बर्फबारी हुई है।

Himachal beautiful weather snowfall

मौसम लगातार खराब बना हुआ है और गुरुवार को बर्फबारी के अधिक बढऩे की संभावना बनी हुई है। बर्फबारी के अलावा प्रदेश के कई हिस्सों में बुधवार को बारिश भी दर्ज की गई है।

शिमला, कुल्लू, मंडी, किन्नौर, कांगड़ा, चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, ऊना, सोलन, लाहुल-स्पीति में दो मिलीमीटर से 25.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। प्रदेश में बुधवार को लाहुल-स्पीति के उदयपुर में सबसे ज्यादा 25.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है।

इसके अलावा चंबा जिला के सलूणी में 25.2 मिलीमीटर, कुल्लू के कोठी में 15 मिमी, लाहुल-स्पीति के कुकुसमेरी में 14.2 मिमी, शिमला के खडराला में 14 मिमी, मनाली में 12 मिमी, रामपुर बुशैहर में नौ मिमी, भरमौर में 8.6 मिमी, धर्मशाला, डलहौजी, सराहन में सात मिमी, सुंदरनगर में 5.6 मिमी, रोहड़ू और सांगला में पांच-पांच मिमी, बरठीं में 4.8 मिमी, बैजनाथ और चौपाल में चार-चार मिमी, मंडी में तीन, शिमला में 2.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है।

उधर, संयुक्त किसान मोर्चा के प्रदेश संयोजक हरीश चौहान ने बताया कि प्रदेश में हर साल छह हजार करोड़ का सेब कारोबार होता है। नवंबर से चिलिंग आवर की जरूरत पड़ती है, लेकिन इस बार जनवरी के आखिरी दिन बारिश हुई है।

उन्होंने कहा कि आगामी एक हफ्ते तक मौसम लगातार खराब रहता है और बर्फबारी होती है, तो चिलिंग आवर पूरे हो जाएंगे। बागबानों के लिए यह बर्फबारी बड़ी सौगात बनकर आई है।

 

Leave a Reply