मंगलवार को हिमाचल दिवस पांगी में मनाया जा रहा है। इसी क्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मंगलवार को हिमाचल दिवस के अवसर पर चंबा के जनजातीय क्षेत्र पांगी की महिलाओं को इंदिरा गांधी सम्मान निधि योजना के तहत हर महीने 1500 रुपए देने की सौगात दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री पांगी से राज्य स्तरीय हिमाचल दिवस समारोह के जरिए प्रदेशवासियों को संबोधित करेंगे। 78वां हिमाचल दिवस दूर दराज के इस क्षेत्र में मनाया जा रहा है और यह पहली बार हो रहा है कि पांगी में ऐसा कोई बड़ा राज्यस्तरीय समारोह होगा। मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम के जरिए कई अन्य घोषणाएं भी कर सकते हैं।
हालांकि इस बार इस कार्यक्रम में स्टेट अवार्ड नहीं दिए जा रहे हैं। दुर्गम क्षेत्र में आयोजन होने के कारण सिविल सर्विस अवार्ड, प्रेरणा स्रोत सम्मान और हिम गौरव पुरस्कार अब बाद में दिए जाएंगे। हिमाचल प्रदेश के इतिहास में पहली बार जिला चंबा के दुर्गम क्षेत्र पांगी में राज्य स्तरीय हिमाचल दिवस का आयोजन किया जा रहा है।
पांगी के मुख्यालय किलाड़ में इस कार्यक्रम के लिए उत्साह एवं उत्सवी माहौल नजर आ रहा है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को पानी पहुंचाने के बाद 14 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री किलाड़ में 3.75 करोड़ रुपए लागत के कृषि विभाग के आवासीय कमरों, राजकीय उच्च विद्यालय लुज में 1.5 करोड़ रुपए लागत से बनने वाले अतिरिक्त कमरों, राजकीय उच्च विद्यालय मिंधल में 1.5 करोड़ रुपए की लागत के अतिरिक्त कमरों, किलाड़ में 2.13 करोड़ रुपए के मार्केट यार्ड, किलाड़ में 49.42 लाख रुपए के राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड के नए कार्यालय, 1.99 करोड़ रुपए से निर्मित होने वाले स्वास्थ्य उपकेंद्र रेई तथा 1.99 करोड़ रुपए की लागत के स्वास्थ्य उपकेंद्र हुडान का शिलान्यास किया। रात को भी वह पांगी में ही रुके।
इस परियोजना को लगभग 10.50 करोड़ की लागत से नवंबर 2025 से पहले पूरा कर लिया जाएगा। इस परियोजना के स्थापित होने से पांगी घाटी की सभी 19 पंचायतों को सर्दियों में भी निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना में 500 किलोवाट की बैटरी स्टोरेज सुविधा से रात के समय भी बिजली की आपूर्ति होगी। इससे क्षेत्र में लोड शैडिंग की समस्या समाप्त होगी और विद्युत व्यवस्था मजबूत होगी।
तीसा टनल से 88 किलोमीटर पास आएंगे चंबा-किलाड़
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साहसिक और प्रभावी निर्णयों की गूंज अब पांगी जैसे दुर्गम क्षेत्रों में भी सुनाई दे रही है। पांगी की ग्राम पंचायत धरवास के पूर्व प्रधान राज कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री लोगों की अपेक्षाओं से कहीं अधिक कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने सीमा सडक़ संगठन से 13 किलोमीटर लंबी तीसा टनल को अपने अधीन लेने का आग्रह किया है। इससे चंबा-किलाड़ की दूरी 88 किलोमीटर कम हो जाएगी और यह मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए वर्षभर खुला रहेगा।
क्यों मनाया जाता है हिमाचल दिवस
दशकों के संघर्ष और भारत की स्वतंत्रता के बाद हिमाचल को 15 अप्रैल 1948 को मुख्य आयुक्त प्रान्त के रूप में मान्यता दी गई थी। हर वर्ष इस दिन हिमाचल दिवस मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन हिमाचल प्रदेश को भारत का एक प्रान्त घोषित किया गया था।