राष्ट्रीय स्तर पर गुड गवर्नेंस, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना और स्वच्छ भारत मिशन इत्यादि केंद्र प्रायोजित स्कीमों में प्रथम पुरस्कार हासिल कर चुके प्रदेश के सबसे साक्षर जिला ने जल जीवन मिशन सर्वेक्षण में भी फस्र्ट पोजिशन पाई है।
दरअसल राष्ट्रीय स्तर पर आरंभ किए गए जल जीवन सर्वेक्षण में जिला हमीरपुर ने जनवरी-2023 के मासिक सर्वेक्षण में प्रथम स्थान हासिल किया है।
बताते चलें कि राष्ट्रीय स्तर पर 21 अक्तूबर, 2022 को उपराष्ट्रपति द्वारा जल जीवन सर्वेक्षण लांच किया गया था। इस सर्वेक्षण के अंतर्गत देश भर के जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में सभी घरों और सार्वजनिक संस्थानों में पेयजल की उपलब्धता तथा इससे संबंधित सभी मानकों का हर माह आकलन किया जाता है।
जिला हमीरपुर ने हर घर में जल पहुंचाने के पैरामीटर को 100 फीसदी के लगभग पूरा किया है। बताते हैं कि जिला के एक लाख दस हजार घरों में इस जल जीवन मिशन के तहत पानी पहुुंचा है।
दूसरा पानी की शुद्धता चैक करने के लिए जिला के हमीरपुर, भोटा, भोरंज और नादौन में एनएबीएल से मान्यता प्राप्त लैब स्थापित की गई हैं।
तीसरा ग्रामीण क्षेत्रों में पानी के प्रति अवेयरनेस और जल स्रोतों को बचाए रखने के लिए वीडब्ल्यूएस (विलेज वाटर सेनिटेशन) कमेटियां गठित की गई हैं, जो कि गांवों के नेचुरल वाटर सोर्स और स्कीमों की केयर करती हैं।
इसके अलावा हर गांव में पांच-पांच महिलाओं को वाटर सैंपल टेस्ट करने की ट्रेनिंग दी गई है। यही नहीं, उन्हें वाटर सैंपल टेस्ट किटें भी मुहैया करवाई गई हैं।
जिला के लिए गौरव की बात
डीसी हमीरपुर देव श्वेता बनिक की मानें तो जिला को जल जीवन सर्वेक्षण में प्रथम स्थान मिलना बहुत ही गौरव की बात है।
केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने इस सर्वेक्षण के जनवरी-2023 के आंकड़े जारी किए हैं और इनमें हमीरपुर ने ‘बेस्ट परफॉर्मिंग एसपिरेंट्स’ की श्रेणी में प्रथम स्थान हासिल किया है।
उन्होंने जिलावासियों और विशेषकर जल शक्ति विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है। उन्होंने ग्रामीण विकास, कृषि और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों तथा कर्मचारियों को भी बधाई दी।