पहाड़ों में इस मौसम में उगने वाली प्राकृतिक सब्जी लुंगड़ू या लिंगड़ वास्तव में बहुत ही स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है. अंग्रेजी में इसे Fiddlehead Fern के नाम से जाना जाता है. इसका वैज्ञानिक नाम Diplazium Esculentum है. लुंगड़ू या लिंगड़ ठंडी जलवायु वाले क्षेत्र में समुन्द्र तल से 18000 से लेकर 3000 मीटर की ऊँचाई तक पाया जाता है. हिमाचल में आजकल लुंगड़ू या लिंगड़ का सीजन चला हुआ है. लिंगड़ में अनगिनत पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं जो हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं.
औषधीय गुण
लिंगड़ में अनगिनत पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं जो हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं. यह मधुमेह जैसी खतरनाक बीमारी के लिए लाभदायक होता है इसमेंमेग्निश्यम,कैल्शियम,नाइट्रोजन,फास्फोरस,पोटाशियम आयरन और जिंक होता है जिससे यह कुपोषण से निपटने के लिए भी इसे अच्छा प्राकृतिक स्त्रोत माना गया है.
विटामीन की खान
इसमें विटामिन ए,बी काम्प्लेक्स,कैरोटीन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में मौजूद हैं. यह चर्म रोगों में भी लाभकारी है.इससे त्वचा भी अच्छी रहती है. यह दिल के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है.
इम्यून सिस्टम करता है ठीक
यह शरीर में इम्यून सिस्टम को ठीक करता है.यह सब्जी लिवर को स्वस्थ बनाने का कार्य करती है. फैटी लिवर के लिए भी इसकी सब्जी लाभदायक है. इसकी सब्जी रक्त में मौजूद शर्करा की मात्रा को नियंत्रण करती है.इसकी सब्जी जोड़ों के दर्द में लाभदायक होती है.यह शरीर में रुधिर संचरण को सुचारू रूप से नियंत्रण रखने में सहायक है.
कैंसर में सहायक
इसकी सब्जी खाने से कैंसर से लड़ने की शक्ति मिलती है.चोट लगने पर इसकी जड़ गांठ को पीस कर लेप लगाने से दर्द से छुटकारा मिल जाता है. इसकी फर्न को बारीक़ पीसकर जोड़ों पर लगाने पर गठिया की बीमारी दूर हो जाती है.इसके अलावा इसकी सब्जी खाने से मांसपेशियाँ और हड्डियाँ मजबूत हो जाती हैं.
आचार
इसकी सब्जी को लोग काफी पसंद करते हैं तथा इसके अलावा लोग इसका आचार भी काफी पसंद करते हैं.