आंदोलन में एक किसान की मौत, एसआई की भी गई जान, अब कल चौथे दौर की बातचीत पर टिकी निगाहें

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पंजाब के किसानों के दिल्ली कूच के चौथे दिन शुक्रवार को शंभू बॉर्डर पर फिर हंगामा हुआ। किसानों ने बैरिकेडिंग की तरफ बढऩे की कोशिश की, तो हरियाणा पुलिस ने उन पर आंसू गैस के गोले बरसा दिए।

शरीर पर गोले फटने की वजह से कई किसानों को चोटें आई हैं। उधर, अंबाला में तैनात जीआरपी के एसआई हीरालाल की मौत हो गई। इसकी वजह आंसू गैस के गोले से दम घुटना बताई जा रही है।

वहीं शुक्रवार सुबह शंभू बॉर्डर पर धरने में आए गुरदासपुर के किसान ज्ञान सिंह की मौत हो गई है। इस बार के किसान आंदोलन में किसान की मौत का यह पहला मामला है। किसान नेता सरवन ङ्क्षसह पंधेर ने कहा है वास्तविक कारण पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा।

गौरतलब है कि पिछली बार किसान आंदोलन में 700 किसानों की मौत हुई थी। उधर, किसान संगठनों द्वारा शुक्रवार को बुलाए गए भारत बंद का मिला-जुला असर रहा। बंद के समर्थन में जहां पंजाब में दुकानें एवं अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे, वहीं कई जगहों पर प्रदर्शन हुए।

प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की और पुतले जलाए। गौर हो कि केंद्रीय मंत्रियों और किसानों के बीच गुरुवार रात पांच घंटे से अधिक चली तीसरे दौर की वार्ता के बेनतीजा रहने के के बाद अब अगले दौर की बातचीत रविवार को होगी और उसी बैठक पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं।

बैठक में मौजूद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत ङ्क्षसह मान के शुक्रवार को जारी बयान के अनुसार तीसरे दौर की वार्ता में अलग-अलग बिंदुओं पर सहमति बन गई है और अन्य अहम मुद्दों को जल्द ही हल कर लिया जाएगा।

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