मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार ने कांगड़ा गग्गल एयरपोर्ट के विस्तार के लिए एक कदम और आगे बढ़ाया है। सोशल इंपैक्ट एसेसमेंट की रिपोर्ट आने के बाद राज्य सरकार ने अब इस बारे में एक्सपोर्ट ग्रुप का गठन कर दिया है।
भूमि अधिग्रहण शुरू होने से पहले अगले दो माह में यह एक्सपर्ट ग्रुप अपनी रिपोर्ट सरकार को देगा। प्रधान सचिव टूरिज्म देवेश कुमार की ओर से जारी की गई अधिसूचना के अनुसार एक्सपर्ट ग्रुप में कुल सात सदस्य शामिल किए गए हैं।
इसमें दो सोशल साइंटिस्ट केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के हैं। इनमें एजुकेशन विभाग के प्रोफेसर विशाल सूद और सोशल वर्कर विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ शशि पूनम शामिल हैं।
गगल पंचायत के प्रधान और रछियालु पंचायत के प्रधान एक्सपर्ट ग्रुप के सदस्य होंगे। पुनर्वास के भी दो एक्सपर्ट इसमें शामिल किए गए हैं।
ये दोनों हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। इनमें डिप्टी कमिश्नर आर एंड आर राजा का तालाब संजय धीमान और संयुक्त सचिव राजस्व बलवान चंद शामिल हैं।
टेक्निकल एक्सपर्ट के तौर पर विनोद कुमार उनियाल को शामिल किया गया है। यह एक्सपर्ट ग्रुप सोशल इम्पैक्ट असेस्मेंट रिपोर्ट को पढऩे के बाद दो महीने के भीतर इस पर अपनी रिपोर्ट देगा।
गौरतलब है कि गगल एयरपोर्ट की लंबाई को 1900 मीटर से बढ़ाकर 3100 मीटर किया जा रहा है। तभी यहां पर बड़े जहाज उतर पाएंगे।
वर्तमान में एयरस्ट्रिप छोटा होने के कारण यहां लोड पेनल्टी के साथ सिर्फ 90 सीटर विमान ही उतर पाता है। इस एयरपोर्ट के विस्तार पर राज्य सरकार करीब 4000 करोड़ खर्च करेगी। यह ब्राउनफील्ड कैटेगरी का एयरपोर्ट है।
मंडी एयरपोर्ट पर अभी फैसले का इंतजार
पूर्व भाजपा सरकार के समय तत्कालीन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंडी के बल्ह में एयरपोर्ट बनाने का फैसला किया था। यह ग्रीनफील्ड कैटेगरी का एयरपोर्ट है, जिसमें सारा खर्चा राज्य को वहन करना है।
इस प्रस्तावित एयरपोर्ट के लिए भी सोशल इम्पैक्ट असेस्मेंट की रिपोर्ट सरकार को मिल गई है, लेकिन अभी इस एयरपोर्ट को लेकर एक्सपर्ट ग्रुप का गठन नहीं हुआ है। हालांकि पर्यटन विभाग ने जिला प्रशासन मंडी से एक्सपर्ट ग्रुप के लिए नामों की सिफारिश ले रखी है।