जोगिन्दरनगर : जोगिन्दरनगर उपमंडल के तहत माँ संतान दात्री के नाम से विश्व प्रसिद्ध माँ सिमसा के दरबार में कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते इस बार नवरातों में श्रद्धालु अपनी हाजरी नहीं लगा पाएंगे. माँ सिमसा मंदिर के अलावा प्रसिद्ध शिव मंदिर बैजनाथ,महाकाल और पपरोला स्थित माँ महाकाली मंदिर सहित अन्य कई शक्तिपीठों में भी श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लग गई है. यह रोक सरकार द्वारा लोगों के हितों को देखते हुए लगाई गई है ताकि लोग कोरोना वायरस के प्रति सचेत रहें, सावधानी बरतें तथा किसी के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ न हो सके.
बैठक में लिया गया निर्णय
उपमंडलाधिकारी अमित मेहरा की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि माँ सिमसा मंदिर में इस बार नवराते स्थगित किए जाते हैं तथा केवल पुजारी ही पूजा अर्चना कर सकेंगे. श्रद्धालुओं को मंदिर में आने पर प्रतिबंधित कर दिया गया है.
संतान प्राप्ति हेतु धरना स्थगित
गौर हो कि नवरातों में भारत ही नहीं विदेशों से महिलाएं यहाँ तब तक धरना देती हैं जब तक संतान प्राप्ति के लिए माँ स्वपन न दे दे. लेकिन इस बार लोगों को विभिन्न माध्यमों के द्वारा कोरोना वायरस के प्रति सचेत करते हुए माँ के दरबार में हाजरी न लगाने के लिए जागरूक किया जाएगा कि इस बार संतान प्राप्ति हेतु कोई धरना या पूजा पाठ महिलाएं नहीं कर सकेंगी.
भंडारों,धाम और जगरातों पर लगी रोक
इसके अलावा माँ सिमसा मंदिर में कमेटी द्वारा दिए जाने वाले भंडारे पर भी रोक लगा दी गई है. इसके अलावा अन्य शक्तिपीठों में भी जगरातों,धाम या अन्य समारोहों पर भी रोक लगा दी गई है.
सराहा गया निर्णय
वहीँ उपमंडलाधिकारी ने कमेटी और लोगों को पूरा सहयोग देने की बात कही है वहीँ उन्होंनें मंदिर कमेटी और स्थानीय लोगों के इस सराहनीय निर्णय को भी सराहा. उनका कहना है कि यह निर्णय लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है जोकि स्वागत योग्य है तथा लोगों को इस बीमारी से डरने की कोई जरूरत नहीं है बल्कि सचेत रहने की जरूरत है.
शिव मंदिर बैजनाथ में भी प्रवेश बंद
वहीँ कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते प्रसिद्ध शिव मंदिर मंदिर बैजनाथ, महाकाल मंदिर और पपरोला में स्थित माँ काली मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है ताकि किसी के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ न हो सके.