शिमला : शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने सोमवार को शिक्षा विभाग की पहली रिव्यू मीटिंग बुलाई है। शिक्षा विभाग की रिव्यू मीटिंग में प्रारंभिक एवं उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद रहेंगे।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बताया कि प्रदेश स्कूलों में बच्चों को बेहतर शिक्षा देना और शिक्षा विभाग की चुनौतियों को हल करना एवं राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूलों के प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारना उनकी प्राथमिकता है।
शिक्षा विभाग की बैठक में पूर्व सरकार द्वारा अप्रैल 2022 के बाद खोले गए 380 शिक्षण संस्थानों और शिक्षा विभाग में प्रस्तावित 10 हजार से अधिक भर्तियों को लेकर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी कारण पहले वह शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक नहीं ले पाए थे।
उन्होंने कहा कि अब सोमवार को शिक्षा विभाग के अधिकारियों के बैठक बुलाई गई है। शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में लगभग 380 संस्थानों को बंद करना है या कंटीन्यू किया जाए, इसे लेकर विस्तृत चर्चा की जाएगी और एक प्रस्ताव तैयार करके कैबिनेट की अगली मीटिंग के लिए भेजा जाएगा।
कैबिनेट ही इन शिक्षण संस्थानों को लेकर अंतिम निर्णय लेगी। शिक्षा मंत्री ने सभी स्कूलों से शिक्षकों के रिक्त पदों, सरप्लस स्टाफ, स्टूडेंट एनरोलमेंट की भी जानकारी मांगी है।
आने वाले दिनों में सरकार सरप्लस वाले स्कूलों के शिक्षकों का रेशनलाइजेशन कर सकती है, क्योंकि राज्य के लगभग सभी जिला व ब्लॉक मुख्यालयों में चल रहे शिक्षण संस्थानों में सरप्लस स्टाफ है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे स्कूलों में स्टाफ की कमी है।
बैठक में जेबीटी की कई सालों से लटकी भर्ती पर कोई निर्णय लिया जा सकता है, क्योंकि प्रदेश में लंबे समय से जेबीटी की भर्ती अटकी हुई है। 2017 के बाद एक बार भी जेबीटी की भर्ती नहीं हो पाई।
इस वजह से प्राइमरी स्कूलों में जेबीटी के 4500 से ज्यादा पद खाली हो गए हैं। इसी तरह कल की बैठक में टीजीटी पीजीटी कंप्यूटर टीचर, वोकेश्नल टीचर आदि पदों पर भर्तियों को लेकर भी चर्चा की जाएगी। इसे लेकर शिक्षा विभाग प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट को भेजेगा।