हिमाचल में दो सीमेंट उद्योगों एसीसी और अंबुजा के बंद होने के बाद इस विवाद में अब एक नया मोड़ आया है। बुधवार को डीसी सोलन ने अपने यहां बैठक रखी थी, जिसमें कोई बड़ी कामयाबी नहीं मिल पाई है।
इससे पहले डीसी बिलासपुर को भी तीसरे दौर की बातचीत में कामयाबी नहीं मिल पाई थी। अब इस गतिरोध में एक नया मोड़ आया है। एसीसी बरमाणा और अंबुजा दाड़लाघाट में गुरुवार को कंपनी और ट्रक यूनियनों के बीच में आपसी बैठक होगी।
इसमें डीसी शामिल नहीं होंगे। हालांकि लॉ एंड ऑर्डर के लिए एसडीएम और डीएसपी को तैनात किया जाएगा। संभव है कि इस बैठक में कोई रास्ता निकल आए। इससे पहले भी दोनों पक्षों के बीच में हुई वार्ता के नतीजे निकले हैं।
मालभाड़े को लेकर राज्य सरकार वैसे भी बीसी के माध्यम से सिर्फ बैठक की करवा सकती है, क्योंकि इससे पहले भी सीमेंट कंपनियां राज्य सरकार की स्टैंडिंग कमेटी को इग्नोर करते हुए ट्रक यूनियनों से खुद बातचीत करती रही है।
हालांकि इन दोनों सीमेंट उद्योगों को चला रही अडानी कंपनी ने क्लियर कर दिया है कि वर्तमान मालभाड़े पर सीमेंट प्लांट दोबारा शुरू नहीं होंगे, क्योंकि इससे सीमेंट महंगा हो रहा है और बाजार में बेचने लायक नहीं रहता।
बिलासपुर और सोलन जिला के उपायुक्तों ने इस बारे में मुख्य सचिव को भी रिपोर्ट सौंप दी है। मुख्य सचिव ने दोनों पक्षों के बीच में पुलिस की मौजूदगी में बैठक के लिए हामी भरी है और इसे एक अच्छा कदम बताया है। उम्मीद है कि इस बैठक के बाद वार्ता के लिए कोई आधार तैयार होगा।