हिमाचल की पर्वतारोही बलजीत कौर ने करीब आठ हजार मीटर की ऊंचाई वाली अन्नपूर्णा पीक पर तिरंगा फहराकर विश्व भर में नया स्वर्णिम इतिहास रच दिया है।
बलजीत खतरे को भांपने के उपरांत भी बिना किसी सप्लीमेंट ऑक्सीजन के अन्नपूर्णा चोटी को फतह करने में कामयाब रही। बलजीत कौर माउंट अन्नपूर्णा के कैंप चार से लापता होने के बाद सुरक्षित मिल गई हैं। करीब 20 घंटे तक बर्फ के बीच उन्होंने मौत से जंग लड़ी।
रेस्क्यू टीम ने उन्हें बेस कैंप-चार पहुंचाने के बाद उन्हें काठमांडू अस्पताल (नेपाल) में भर्ती करवाया गया। सोशल मीडिया पर बलजीत के रेस्क्यू की तस्वीरें वायरल हो रही हैं व प्रदेश सहित देश की जनता इन तस्वीरों को देख के स्तम्भ हैं ।
बलजीत कौर की मां शांति देवी ने ‘दिव्य हिमाचल’ से खास बातचीत में कहा कि मेरी बेटी पहाड़ों में पली-बढ़ी है और बचपन से ही उसका पहाड़ों के साथ खास नाता रहा है।
बलजीत ने विपरीत परिस्थितियों को दरकिनार करते हुए जो मुकाम हासिल किया है, उससे सभी का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि उनकी बेटी के अदम्य साहस व भारत का नाम ऊंचा करने के लिए सरकारी नौकरी दी जाए।