प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ गगल एयरपोर्ट पर हुई बैठक में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उन्हें मानसून सीजन में भारी बारिश के कारण हुए नुकसान से अवगत करवाया।
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार प्रभावित परिवारों को प्रदेश के सीमित संसाधनों से हर संभव सहायता प्रदान कर रही है, लेकिन प्रभावितों को राहत प्रदान करने के लिए केंद्र से तत्काल अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता है।
सीएम ने वन संरक्षण अधिनियम के तहत छूट प्रदान करने का आग्रह किया, जिससे विस्थापित परिवारों को वन भूमि पर बसाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर बल दिया कि भारी बारिश के कारण हुए नुकसान की भरपाई के लिए राज्य के संसाधन अपर्याप्त हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से विशेष राहत पैकेज की मांग की।
इसके अतिरिक्त उन्होंने केंद्र से दो प्रतिशत अतिरिक्त उधार सीमा की अनुमति देने का आग्रह किया, जिससे प्रभावितों को प्रभावी तरीके से राहत प्रदान की जा सके।
उन्होंने केंद्र से अनुरोध किया कि राहत पर फैसला लेते हुए हिमाचल की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखें।
मुख्यमंत्री ने राज्य की विकासात्मक परियोजनाओं के लिए भी केंद्रीय सहायता की मांग की। इसके अतिरिक्त उन्होंने जलविद्युत उत्पादन से मुफ्त रॉयलिटी की मांग, 40 वर्षों के उपरांत केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों के स्वामित्व वाली बिजली परियोजनाओं को राज्य को हस्तातंरित करने की मांग को भी दोहराया।
मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का व्यक्तिगत रूप से निरीक्षण करने और प्रदेश के लिए बहुमूल्य समय देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया।
बैठक में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठाानिया, कृषि मंत्री चंद्र कुमार, आयुष मंत्री यादविंद्र गोमा, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, सांसद डा. राजीव भारद्वाज और कंगना रणौत, उपमुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, अतिरिक्त मुख्य सचिव केके पंत और मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
कांगड़ा एयरपोर्ट से लेकर सुरंगों तक का मामला उठाया
मुख्यमंत्री ने कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण परियोजनाओं के अंतर्गत ऑल वेदर सुरंगों के निर्माण और प्रतिकूल मौसम की स्थिति में संपर्क सुविधा सुनिश्चित करने के लिए वैकल्पिक पर्वतीय मार्गों के विकास के लिए भी केंद्र से सहयोग का आग्रह किया।
कुल्लू से मनाली जाने वाले यात्रियों की सुविधा के दृष्टिगत महत्त्वपूर्ण भूभू जोत सुरंग परियोजना संबंधी मामला भी प्रधानमंत्री के समक्ष रखा।