हिमाचल सरकार ने वर्तमान वित्त वर्ष में 17,053 करोड़ रुपए वित्त वर्ष के लिए निर्धारित किए गए 58,440 करोड़ के बजट से अतिरिक्त खर्च किए हैं।
इस बारे में विनियोग विधेयक विधानसभा में रखा गया और इसके जरिए अनुपूरक बजट को पारित भी कर दिया गया। राज्य सरकार द्वारा विधानसभा में रखे गए आंकड़ों के अनुसार इस अनुपूरक बजट में से सबसे ज्यादा 10,137 करोड़ रुपए ट्रेजरी में कैश फ्लो बनाए रखने के लिए खर्च किए गए हैं।
इसमें चूँकि मल्टीपल एंट्री भी होती हैं, इसलिए यह राशि ज्यादा दिख रही है, जबकि करीब 7000 करोड़ विभागों को अतिरिक्त बजट के तौर पर बांटे गए हैं।
इस अनुपूरक बजट में सबसे ज्यादा 12,803 करोड़ कैपिटल एक्सपेंडिचर में खर्च किए गए हैं, जबकि रिवेन्यू एक्सपेंडिचर में 4,250 करोड़ खर्च हुए हैं।
राज्य सरकार ने वर्तमान वित्त वर्ष के लिए 58,440 करोड़ का बजट पिछले साल प्रस्तुत किया था। इस बजट से अतिरिक्त खर्च होने वाली राशि को अनुपूरक बजट के तौर पर विधानसभा में रखना पड़ता है और इसकी अनुमति भी सदन से लेनी होती है।
इस तरह से यदि अनुपूरक बजट को भी वर्तमान वित्त वर्ष के बजट में जोड़ दिया जाए, तो प्रदेश का कुल बजट 75000 करोड़ से ज्यादा हो गया है।
हालांकि अगले वित्त वर्ष के लिए राज्य के बजट का आकार क्या रहेगा, इसका खुलासा 17 मार्च को मुख्यमंत्री के तीसरे बजट के साथ होगा।