राज्य सरकार ने विद्या नेगी को हिमाचल प्रदेश राज्य महिला आयोग की नई अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया है। यह नियुक्ति महिलाओं के अधिकारों और सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।
विद्या नेगी सामाजिक कार्यों और महिलाओं की बेहतरी के लिए लंबे समय से सक्रिय रही हैं। उनकी नियुक्ति से न केवल महिला आयोग को नया नेतृत्व मिलेगा, बल्कि महिलाओं से जुड़े मुद्दों को भी नई प्राथमिकता मिलेगी।
राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों से उन्हें बधाई देने का तांता लगा हुआ है।
राज्य महिला आयोग के समक्ष महिलाओं के उत्पीडऩ के मामले सबसे अधिक आते रहते हैं। लेकिन बीते 30 महीने से इस पद पर कोई अध्यक्ष न होने के चलते महिला आयोग के समक्ष पत्र से अधिक शिकायतें लंबित पड़ी हुई थी।
अब उम्मीद है कि जल्द ही इन सभी समस्याओं का भी निपटारा किया जाएगा। राज्य महिला आयोग की अध्यक्षता द्वारा हिमाचल प्रदेश के सभी जिला में अपनी अदालत लगाई जाती है और महिला उत्पीडऩ से संबंधित कई शिकायतों का भी निपटारा किया जाता है।
विद्या नेगी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि राज्य सरकार ने जो उन्हें अहम पद दिया है वे इसके लिए उनका आभार जताया है। उन्होंने कहा कि उन्हें जो जिम्मेवारी मिली है वे उस पद पर खरा उतरने का प्रयास करेगी।
कई अहम पदों पर कार्य कर चुकी है विद्या
किसान देवी राम नेगी के घर जन्मी विद्या नेगी की शादी मनाली के शनाग गांव निवासी नानक चंद ठाकुर से हुई है। विद्या नेगी लगभग 30 सालों से कांग्रेस के विभिन्न फ्रंटल संगठनों में काम कर चुकी हैं।
21 साल की उम्र में विद्या नेगी शनाग की प्रधान बनी। प्रधान पद पर रहते हुए विद्या नेगी ने महिलाओं की समस्याओं को सरकार के समक्ष रखा।
प्रदेश के दूरदराज क्षेत्र की महिलाओं की हालत को देखकर विद्या नेगी ने गैर राजनीतिक संगठन के साथ मिलकर जन अधिकार आधारित गतिविधियों पर पिछड़े क्षेत्र की महिलाओं के लिए काम किया और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने में अहम भूमिका निभाई।
विद्या नेगी के कार्य को देखते हुए कांग्रेस ने उन्हें विभिन्न पदों पर कार्य करने की जिम्मेदारी सौंपी। विद्या नेगी ने ब्लाक, जिला स्टेट पर कार्य किया और अब राष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर रही हैं।