हिमाचल प्रदेश का कोल्ड डेसर्ट स्पीति घाटी यूनेस्को की वर्ल्ड नेटवर्क ऑफ बायोस्फीयर रिजर्व्स सूची में शामिल हुई है। इसमें कुछ क्षेत्र लाहौल घाटी का भी है।
इस क्षेत्र में तेज हवाओं वाले पठार, हिमनद घाटियां, अल्पाइन झीलें और ऊंचे ऊबड़-खाबड़ रेगिस्तान शामिल हैं। यूनेस्को ने इसे दुनिया के बायोस्फेयर रिजर्व नेटवर्क का सबसे ठंडा और सूखा इकोसिस्टम भी माना है।
विधायक अनुराधा राणा ने इस उपलब्धि के लिए केंद्र सरकार, प्रदेश सरकार एवं वन विभाग का आभार जताया है।
बता दें चीन में आयोजित यूनेस्को की अंतरराष्ट्रीय मानव एवं बायोस्फेयर समन्वय परिषद (एमएबी) के 37वें सत्र में भारत के कोल्ड डेजर्ट बायोस्फेयर को शामिल करने का निर्णय लिया गया। इस नई सूची के साथ, भारत के पास अब कुल 13 बायोस्फीयर रिजर्व्स वर्ल्ड नेटवर्क ऑफ बायोस्फीयर रिजर्व्स में दर्ज हैं।
यूनेस्को ने कहा है कि इस बार 21 देशों के 26 नए बायोस्फीयर रिजर्व्स को WNBR में शामिल किया गया है, जो पिछले 20 वर्षों में सबसे अधिक संख्या है।
यूनेस्को के मुताबिक उत्तर भारत में ये बायोस्फेयर हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले से जुड़े हिमालयी क्षेत्र में 7,770 वर्ग किलोमीटर दायरे में फैला है।