हिमाचल प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट बदल ली है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए थे और अचानक अंधेरा छा गया और तेज हवाओं के साथ राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश हुई।
मैदानों में बारिश हुई तो वहीं, प्रदेश की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी देखने को मिली। धौलाधार की चोटियों पर भी रविवार सुबह बर्फबारी हुई है। बारिश और बर्फबारी के चलते ठंड बढ़ गई है, जिसके चलते कई लोग गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आए। वहीं, लाहौल घाटी में ताजा बर्फबारी होने से तापमान में भारी गिरावट आई है।
राज्य में औसत अधिकतम तापमान फिलहाल सामान्य से 0.7 डिग्री अधिक है। अगले तीन-चार दिनों में तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री कम होने के आसार हैं।
इसके अलावा मौसम विभाग ने तीन दिनों तक ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है, तूफान की गति 50 किलोमीटर प्रति घंटा रहने का अनुमान है। राज्य में कल रात से राज्य में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है, जिसका असर अगले तीन दिनों यानी सात अक्तूबर तक देखने को मिलेगा।
राज्य के कांगड़ा, चंबा, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिलों के ऊंचे इलाकों में हल्की बर्फबारी की खबरें हैं। लाहौल में यह इस सीजन की पहली बर्फबारी है। रोहतांग दर्रा, बारालाचा समेत पूरी लाहौल घाटी में में ताजा बर्फबारी हो रही है। बर्फबारी से रोहतांग मार्ग बंद हो गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने अगले तीन दिनों तक बारिश, ओलावृष्टि और अंधड़ की चेतावनी जारी की है। पहाड़ों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी और तूफान चलने का अनुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार, आज राज्य के ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा और मंडी जिलों में बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है। वहीं, अधिकांश इलाकों में बारिश की होने का अनुमान है। इसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने रविवार को बारिश और ओलावृष्टि का येलो तथा सोमवार को ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से आठ अक्तूबर तक प्रदेश में मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है। इस दौरान उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना भी है।
सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ अरब सागर के साथ बंगाल की खाड़ी से उच्च नमी के संचार व अन्य अनुकूल स्थितियों के प्रभाव के साथ हिमाचल में प्रवेश कर रहा है।
मौसम विभाग ने राज्य में 05 और 06 अक्तूबर को कई क्षेत्रों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें भारी बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की चेतावनी दी गई है।
सबसे तीव्र मौसम गतिविधियां 06 अक्तूबर को होने के आसार हैं जिसके दौरान कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश, ओलावृष्टि और 40-50 किमी प्रति घंटे की तेज रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है।
मौसम में 07 अक्तूबर को और बदलाव आएगा, जब ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने की संभावना है। उस दिन के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
चार और सात अक्तूबर को हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, जबकि 05 और 06 अक्तूबर को अधिकांश स्थानों पर बारिश होगी। कुछ इलाकों में 09 अक्तूबर तक बारिश का यह सिलसिला जारी रह सकता है।
मौसम विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि 05 अक्तूबर के लिए ऊना, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, लाहौल-स्पीति और मंडी जिलों में भारी बारिश और बर्फबारी का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
उसी दिन ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा और मंडी में ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। छह अक्तूबर को स्थिति और गंभीर हो जाएगी, जब चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और लाहौल-स्पीति में भारी से बहुत भारी बारिश और बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
शिमला, सिरमौर और किन्नौर जिलों में भारी बारिश और बर्फबारी का येलो अलर्ट जारी किया गया है। छह अक्तूबर को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन और सिरमौर में ओलावृष्टि का येलो अलर्ट जारी किया जाएगा।
मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर लोगों को आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।