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अब छठी कक्षा से पढ़ाएंगे स्कूल प्रवक्ता

Batchwise recruitment of TGT starts for 1400 posts

हिमाचल में शिक्षा विभाग में नियुक्त स्कूल प्रवक्ताओं को अब छठी से दसवीं तक की कक्षाएं भी पढ़ानी होंगी। प्रदेश स्कूल शिक्षा निदेशालय ने भर्ती नियमों और शिक्षा कोड के प्रावधानों को दोहराते हुए सभी सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों को ये स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं।

इनमें कहा गया है कि लेक्चरर (स्कूल न्यू) को कक्षा छह से 12 तक पढ़ाने की जिम्मेदारी दी जाए। यह देखा गया है कि कई संस्थानों में इन लेक्चरर्स को केवल कक्षा 11 और 12 की पढ़ाई तक सीमित कर दिया जाता है, जो न तो आरएंडपी नियमों के अनुसार है और न ही उनकी नियुक्ति की शर्तों के अनुरूप।

आरएंडपी नियमों के अनुसार, लेक्चरर (स्कूल न्यू) को कक्षा 11वीं और 12वीं में स्नातकोत्तर विषयों के साथ-साथ कक्षा छह से दस तक स्नातक स्तर के विषय पढ़ाने की पात्रता है।

शिक्षा कोड के अनुसार, विद्यालय के प्रधानाचार्य को यह अधिकार है कि वह संस्थागत आवश्यकताओं के अनुसार शिक्षण कार्य सौंपे। लेक्चरर (स्कूल न्यू) को निचली कक्षाओं में पढ़ाने की जिम्मेदारी देना न केवल प्रशासनिक रूप से वैध है, बल्कि यह स्कूलों की शैक्षणिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आवश्यक भी है।

यह कदम राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के उद्देश्यों के अनुरूप है, जिसमें लचीलापन, संसाधनों का एकीकृत नियोजन और विषय विशेषज्ञता का प्रभावी उपयोग करके शिक्षण में सुधार की बात की गई है।

निदेशालय ने सभी स्कूलों को तुरंत प्रभाव से इन नियमों का सख्ती से पालना सुनिश्चित करने को कहा है, ताकि सभी स्तरों पर छात्रों के लिए बेहतर शैक्षणिक परिणाम और समान अवसर सुनिश्चित हो सकें।

स्कूल शिक्षा निदेशक ने गुरुवार को इस बारे में लिखित आदेश सभी जिलों के उपनिदेशकों को भी भेज दिए हैं।

स्कूल प्रवक्ताओं ने किया विरोध, मुख्यमंत्री से मिलेेंगे
शिमला। हिमाचल प्रदेश स्कूल प्रवक्ता संघ ने स्कूल शिक्षा निदेशक के उस आदेश का विरोध किया है, जिसमें स्कूल प्रवक्ताओं को छठी से कक्षाएं दी जा रही हैं।

लेक्चरर संघ के प्रदेश प्रधान अजय नेगी, मुख्य संरक्षक लोकेंद्र नेगी, महासचिव इंदर सिंह ठाकुर, चैयरमैन सुरेंद्र पुंडीर, दीप सिंह खन्ना, मुख्य मीडिया प्रभारी राजन शर्मा ने कहा कि स्कूल लेक्चरर एक विषय वर्षों से पढ़ा रहे हैं और उनकी नियुक्ति भी मात्र एक विषय के लिए हुई है।

इस तरह से उन्हें छठी से दसवीं की कक्षाएं भी देना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस बारे में लेक्चरर संघ का एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र मुख्यमंत्री से भेंट करेगा।

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