हणोगी के पास पहाड़ खिसकने से मंडी-मनाली फोरलेन फिर हुआ बंद

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चंडीगढ़-मनाली फोरलेन पर पिछले 6 दिनों से मात्र 12 घंटे ही वाहनों की आवाजाही हो सकी है। ज्यादातर यह सड़क बंद ही रहकर लोगों की परेशानी का कारण बना हुआ है।

हर रोज़ नए- नए प्वाइंट पर पहाड़ी से भूस्खलन हो रहा है। जो नई मुसीबत बन कर प्रशासन के लिए भी सरदर्द बना हुआ है। सोमवार को हणोगी पुल से पहले पहाड़ी सेभूस्खलन होने से सड़क मार्ग बंद हो गया है।

जबकि दवाडा और झलोगी के पास पहाड़ी से लगातार पत्थर गिरने का सिलसिला चल रहा है। उधर बनाला में भी पहाड़ी से पत्थर मलवा गिरने से सड़क मार्ग बाधित हो गया है।

हालांकि नो मील, कैंची मोड़, डयोड और हटौण सड़क लिंक के पास सडक़ मार्ग हमेशा के लिए किचड़, पत्थर गिरने और सडक़ धंसने से के कारण परेशानी का कारण बना हुआ है।

बता दें कि लोक निर्माण विभाग विभाग के मशीनें लगातार इन प्वाइंट पर तैनात है। मगर पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण सडक़ मुरम्मत नहीं हो पा रही है।

सड़क मार्ग पिछले कल से अभी तक बंद है। बता दें कि मौसम के रेड अलर्ट के कारण सडक़ मार्ग पर ज्यादा वाहनों और लोगों की आवाजाही बहुत कम दिखाई दी।

बंद के कारण पडोह के नो मील से सात मील तक 800 वाहनों को फोरलेन सुरक्षित स्थान पर रोक रखा है। जबकि पडोह डैम से कैंची मोड़ तक 120 वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है।

इनके चालकों व यात्रियों को जिला प्रशासन द्वारा दो वक्त का फ्री लंगर हर गाड़ी तक पहुंचाया जा रहा है, ताकि कोई भूखा प्यासा ना रह सके। सड़क मार्ग शनिवार 8.30 रात से अब तक लगातार बंद है और रात को भी बंद रहेगा।

पुलिस चौकी प्रभारी पंडोह एसआई अनिल कटोच ने बताया कि मौसम का रेड अलर्ट पूरी तरह से सफ़ल रहा। पूरा दिन भर बारिश के कारण सडक़ मार्ग को सुचारू करने में बड़ी मुश्किल आईं। मार्ग सुरक्षा की दृष्टि से बंद रहेगा।

अब भी जारी है पंडोह-सरोआ सड़क पर संकट

पंडोह। लगातार बारिश के कारण पंडोह-कांढा सडक़ का तांदी जीरो प्वाइंट के पास धंसना अब गंभीर समस्या बन गया है। रविवार को भी कई घंटे की मशक्कत के बाद भले ही सड़क को आंशिक रूप से बहाल कर वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी गई हो, लेकिन सडक़ के बार-बार धंसने का सिलसिला जारी रहा , जिससे एक स्थाई समाधान की आवश्यकता और भी स्पष्ट हो गई है।

सोमवार को जहां 5 से 6 फीट मिट्टी और पत्थर डालकर मार्ग को चालू किया गया था, वहीं सोमवार शाम फिर से सडक़ में नई दरारें और धंसाव देखने को मिले।

दोपहिया और चारपहिया वाहनों को कीचड़ भरे दलदल से गुजरना पड़ रहा है, जिससे स्थानीय निवासियों, मरीजोंं और व्यापारियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

लोक निर्माण विभाग बगस्याड के सहायक अभियंता योगेश ने जानकारी देते हुए बताया कि विभाग की मशीनरी मौके पर तैनात है।

फिलहाल हर दिन मिट्टी और पत्थर डालकर अस्थायी रूप से मार्ग को चालू रखा जा रहा है, लेकिन जब मौसम साफ होगा, तब सुरक्षा दीवार लगाकर स्थाई समाधान निकाला जाएगा।

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