कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए अब तकनीकी पहलुओं पर काम शुरू हो गया है। एयरपोर्ट विस्तारीकरण के लिए आवश्यक तकनीकी पहलुओं का टेक्नोफिजिवेल्टी टीम ने लिडार सर्वे कर लिया है।
एयरपोर्ट निर्माण से पूर्व ऐसे तकनीकी पहलु मेंडेटरी होते हैं। एक्सपर्ट अब कांगड़ा हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने के लिए सभी पहलुओं का अध्ययन कर रहे हैं। यही वजह है कि हवाई अड्डा विस्तार की दिशा में लगातार सार्थक परिणाम आ रहे हैं।
अब टेक्नोफिजिवेल्टी टीम तकनीकी पहलुओं को परखने के बाद अपनी रिपोर्ट देगी, जिससे एयरपोर्ट विस्तारीकरण में किसी तरह की समस्या न आए।
ऐसे में सभी तरह की तकनीकी रिपोर्ट के पॉजिटिव आते ही भूमि अधिग्रहण का काम शुरू हो जाएगा। प्रदेश की इस बड़ी एवं महत्त्वाकांक्षी परियोजना के धरातल पर उतरने का अब सभी को इंतजार है।
ऐसे में औपचारिक्ताएं पूरी होते ही कांगड़ा में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम शुरू हो जाएगा। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण से पहाड़ी राज्य हिमाचल की तस्वीर बदल जाएगी।
देश दुनिया के बड़े शहरों से धर्मशाला सीधे जुड़ जाएगा, जिससे पहाड़ में पर्यटकों की संख्या में बड़ा इजाफा होगा। सुरक्षा एवं पर्यटन की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण माने जाने वाले कांगड़ा एयरपोर्ट के नजदीक ही पौंग डैम भी है, ऐसे में आपातकालीन लैंडिंग सहित सभी तरह की सुविधाएं यहां मौजूद हैं।
कांगड़ा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाना इसलिए भी सुगम है कि यहां पहाड़ों के बीच खुला स्थान है, जिससे आसानी से हवाई मार्ग से लंबी दूरी वाले जहाजों का आवागमन हो सकता है।
टीम जल्द देगी रिपोर्ट
उपायुक्त कांगड़ा डा. निपुण जिंदल का कहना है कि सरकार के दिशा-निर्देशों पर एयरपोर्ट संबंधि सभी कार्यों को किया जा रहा है। तकनीकी पहलुओं के लिए टेक्नोफिजीवेल्टी टीम ने सर्वे किया है। वह अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही सभी औपचारिक्ताएं पूरी होंगी।