हिमाचल प्रदेश से बाहरी राज्यों यानी इंटरस्टेट रूटों पर बसें इसी सप्ताह से दौड़ती नजर आ सकती हैं। इंटरस्टेट रूटों पर निगम की बसों के संचालन पर राज्य सरकार आठ या नौ अक्तूबर को होने जा रही कैबिनेट की बैठक में फैसला लेगी। राज्य सरकार की मजूंरी के बाद बाहरी राज्यों के लिए निगम बसों का संचालन आरंभ हो जाएगा।
परिवहन विभाग द्वारा इटरस्टेट रूटों पर बसों के संचालन के लिए एसओपी तैयार कर दी गई थी। विभाग द्वारा सितंबर माह के आखिरी सप्ताह के दौरान एसओपी को मजूंरी के लिए राज्य सरकार को भेज दिया गया था। एसओपी के तहत बाहरी राज्यों के लिए शुरुआत में प्रदेश के साथ लगते रूटों पर बसों का संचालन किया जाएगा। बाहरी राज्यों के लिए 60 फीसदी सीटों के साथ बसों का संचालन हो सकता है।
बसों में यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखना होगा। एसी बसों में भी 50 फीसदी सवारियां ही सफर कर पाएंगी। नॉन एसी बसों में पांच से छह सीटें आरक्षित रखी जाएंगी। जो बच्चों, वरिष्ठ नागरिकों सहित बिमारियों से ग्रस्त लोगों के लिए आरक्षित होंगी।
प्रदेश से बाहरी राज्यों के लिए मार्च माह से ही बसों का सचांलन बंद पड़ा हुआ है। लॉकडाउन खत्म होने के बाद प्रदेश में बसों का संचालन शुरू हो गया था। निगम ने रात्रि बस सेवा भी आरंभ कर दी थी। निगम द्वारा मौजूदा समय में 14 रूटों पर रात्रि बस सेवा उपलब्ध करवाई जा रही है।
इंटरस्टेट रूटों पर अभी तक बस सेवा आरंभ नहीं की गई थी, मगर बाहरी राज्यों में रहने वाले लोगों सहित जरूरी कार्य से बाहरी राज्यों को जाने वाले लोग इंटरस्टेट बसों के संचालन का बड़ी बेसब्री से इतंजार कर रहे थे। मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा के दौरान ही परिवहन विभाग को एसओपी तैयार करने के निर्देश दिए थे।
परिवहन विभाग ने एसओपी तैयार कर ड्राफ्ट प्रदेश सरकार को मजूंरी के लिए भेजा है, जिस पर नौ अक्तूबर को मुहर लगने की उम्मीदें लगाई जा रही हैं।