हिमाचल प्रदेश में मानसून अपना रौद्र रूप दिखा रहा है जिससे जनजीवन पूरी तरह से अस्त -व्यस्त हो गया है। मानसून में मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है।
पिछले 24 घंटों की बात करें, तो राज्य में पांच और लोगों की मौत हुई है, जिसके बाद मौत का आंकड़ा 303 पर पहुंच गया है।
चंबा में एक, मंडी में तीन और सिरमौर में एक व्यक्ति की मौत हुई है। इसके साथ घायलों का आंकड़ा 360 पर पहुंच गया है। राज्य में रविवार शाम तक 482 सड़कें आवाजाही के लिए बंद पड़ी हैं।
वहीं दो नेशनल हाई-वे भी बंद हैं। प्रदेश को मानसून से कुल नुकसान की बात करें, तो यह आंकड़ा 2348 करोड़ तक पहुंच गया है। चंबा में बादल फटने से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है।
यहां पर कई सडक़ें बाधित हुई हैं, जिनमें पठानकोट-चंबा एनएच, बनीखेत-डलहौजी-खजियार वाया लक्कड़ मंडी, चंबा-खजियार वाया गेट, चंबा-भरमौर एनएच, चंबा-होली, तुनुहट्टी-लाहडू-चुवाड़ी, शाहपुर-सिंहूता-लाहडू रोड, चंबा-भटियात वाया जोत, बनिखेत-डलहौजी, चंबा-सलूणी, चंबा- तिस्सा व चंबा-पांगी वाया साच सड़क बंद हो गई है।
बंद पड़ी अन्य सड़कों की बात करें, तो बिलासपुर में दो सड़कें बंद हैं, चंबा में एक एनएच के साथ कुल 82 सड़कें बंद हो गई हैं।
कांगड़ा में दो सड़कें, किन्नौर में दो सड़कें, कुल्लू में एक एनएच के साथ 101 सडक़ें, लाहुल-स्पीति में एक सड़क, मंडी में 245 सड़कें, शिमला में 6 सडक़ें, सिरमौर में 9 सड़कें, ऊना में 13 सड़कें बंद हैं।
इसके अलावा प्रदेश में 941 बिजली ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं, वहीं 95 पेयजल योजनाएं बाधित हैं।