हिम टाइम्स – Him Times

ट्रेवलर नहीं, मिनी-मिडी बसें खरीदेगी एचआरटीसी

Buses will run directly from Kullu to Delhi timetable fixed

एचआरटीसी ने 22 सीटों वाली मिडी बसों के लिए टेंडर कर दिया है। जल्द ही यह टेंडर ओपन होगा। निदेशक मंडल की बैठक के बाद टेंडर करने की अनुमति मिल गइ थी, जिसके बाद निगम प्रबंधन ने टेंडर कर दिया है।

टेंडर होने के बाद अब उम्मीद है कि मिडी बसें एचआरटीसी को मिल जाएंगी। इससे पहले निगम को टैम्पो ट्रेवलर खरीदने थे, लेकिन इसके लिए कंपनियां काफी ज्यादा पैसा मांग रही थीं।

इस कारण से दो बार टेंडर करने के बाद भी यह सिरे नहीं चढ़ा। लिहाजा अब 22 सीटों वाली मिडी बसें चलाने का निर्णय लिया गया है।

बता दें कि हिमाचल के ग्रामीण इलाकों में छोटी बसों की काफी ज्यादा जरूरत है। कई क्षेत्र प्रदेश में ऐसे हैं, जहां पर बसें नहीं जा रही हैं।

वहां पर पहले टैम्पो ट्रैवलर चलाने का निर्णय लिया गया था, परंतु यह सिरे नहीं चढ़ा और अब 22 सीटों वाली मिडी बसों को खरीदा जाएगा। ऐसी करीब 100 बसें खरीदी जानी हैं, जिसके लिए टेंडर किया गया है और बताया जा रहा है कि इनके लिए कंपनियों का भी कमी नहीं है।

टैम्पो के लिए एक या दो कंपनियां ही आगे आ रही थीं, जिसका विचार अब निगम ने छोड़ दिया है। ग्रामीण इलाकों के साथ कुछ शहरी इलाकों में भी छोटी मिडी बसों की जरूरत जताई जा रही है।

अगर शिमला की बात करें, तो शिमला में ऐसे छोटे-छोटे वार्डों के कई रूट हैं, जहां पर छोटी बसें ही जा सकती हैं। पहले जेएनएनयूआरएम के तहत छोटी बसें खरीदी गई थीं, लेकिन अब उनकी उम्र पूरी हो चुकी है और वह सभी कबाड़ बन गई हैं।

इनको रूट से हटा दिया गया है, जिसके बाद इसी तरह की दूसरी छोटी बसें खरीदने का निर्णय हुआ है। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है। बहुत जल्द निगम के बेड़े में 100 ऐसी मिडी बसें शामिल हो जाएंगी, जिससे एचआरटीसी और लोगों को काफी ज्यादा राहत मिलने वाली है।

इन बसों की खरीद के लिए सरकार ने पहले ही एचआरटीसी को बजट दे रखा है। इन बसों के साथ 250 डीजल बसों के लिए भी बजट दिया था और इनकी खरीद के लिए ऑर्डर कर दिया गया है।

वहीं इलेक्ट्रिक बसें लेने को भी सरकार पैसा दे रही है, जिसका सप्लाई ऑर्डर भी दे दिया गया है। इससे पहले सरकार ने 24 वोल्वो बसें भी एचआरटीसी को लेकर दी हैं, जो कि रूट पर चलने लगी हैं।

टैम्पो ट्रैवलर के बजाय अब 22 सीटों वाली मिडी बसें खरीदने का निर्णय लिया गया है। टेंडर करने की अनुमति दे दी गई थी। बहुत जल्द यह बसेें एचआरटीसी के बेड़े में शामिल हो जाएंगी
अजय वर्मा, उपाध्यक्ष, एचआरटीसी

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