हिम टाइम्स – Him Times

पठानकोट, जम्मू, कटरा और अमृतसर के लिए नहीं चलेंगी एचआरटीसी बसें

Road Transport Corporation

भारत पाक के बीच चल रहे युद्ध को देखते हुए हिमाचल की बसों को सीमाई क्षेत्रों में रात के समय भेजने पर रोक लगा दी गई है। यहां से जो रात्रि बस सेवाएं इन क्षेत्रों के लिए जाती हैं उन रूटों पर बसों को नहीं भेजा जाएगा।

हालांकि दोपहर के समय में इन बसों को स्थिति को देखते हुए ही भेजने की सोची गई है मगर यदि युद्ध के हालात और बिगड़ते हैं तो इन सेवाओं को भी पूरी तरह से रोक दिया जाएगा।

जिन शहरों के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों को नहीं भेजने का निर्णय लिया गया है उनमें जम्मू, पठानकोट, कटरा व अमृतसर हैं जहां पर के लिए रात्रि सेवाएं भी चलती थीं।

यहां आला अधिकारियों के स्तर पर हुई बैठक में इन बसों की आवाजाही को लेकर समीक्षा की गई है जिसके बाद पथ परिवहन निगम ने इस तरह का निर्णय लिया गया है।

एचआरटीसी के एमडी डा.निपुण जिंदल की ओर से जारी किए गए आदेशों के अनुसार सीमा पर मौजूदा संघर्ष के मद्देनजर हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) ने जम्मू-पठानकोट-अमृतसर मार्ग पर यात्रियों की संख्या में उल्लेखनीय गिरावट देखी है।

एचआरटीसी इन मार्गों पर यात्रा करने की योजना बना रहे सभी यात्रियों को सलाह दी है कि वे अपडेट रहें और अपनी यात्रा की योजना तदानुसार बनाएं। बताया जाता है कि करीब एक दर्जन बसें इन रूटों पर रात्रि समय के तहत चलती हैं जिनको पूरी तरह से बंद रखा जाएगा।

वहीं दोपहर में ही अलग-अलग डिपुओं से इतनी ही बसों को भेजा जाता है जिनको अभी देखा जाएगा कि चलाएंगे या फिर नहीं। वैसे एचआरटीसी का कहना है कि दिन के समय में भी दो दिनों से सवारियां नहीं मिल पा रही हैं जिसका आकलन कर लिया गया है और जब सवारियां नहीं होंगी तो बसों को भेजने का भी फायदा नहीं।

वैसे भी सीमाई क्षेत्रों में हालात ठीक नहीं है। अभी कुछ और इलाकों को जाने वाली बसों पर भी निगम रोक लगा सकता है।

यहां एचआरटीसी के अधिकारियों की अतिरिक्त मु य सचिव आर.डी.नजीम की अध्यक्षता में बैठक हुई है जिसमें सभी रूटों की समीक्षा की गई जोकि जम्मू कश्मीर, पठानकोट, अमृतसर के साथ जुड़ते हैं। क्योंकि युद्ध चल रहा है और यहां चंडीगढ़ और जालंधर तक भी निशाने पर हैं लिहाजा वहां के लिए सबसे ज्यादा बसें चलाई जाती हैं।

इनकी भी समीक्षा की गई है और लगातार अधिकारियों को स्थिति पर नजर रखने को कहा गया है।

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