हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर से मौसम विभाग ने भारी से भारी बारिश होने की चेतावनी दी है। पांच जिला में अत्यधिक बारिश होने की सूचना दी गई है, जिसमें लोगों को सचेत रहने को कहा गया है।
इन जिलों के कुछ इलाकों में फ्लैश फ्लड आने की संभावना है। बादल फटने की घटनाओं ने हिमाचल को झकझोरकर रख दिया है।
मंगलवार को मौसम विभाग की तरफ से जारी किए गए पूर्वानुमान के अनुसार 2 जुलाई को तीन जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होगी। इन इलाकों में पहली जुलाई यानी मंगलवार रात को भी बहुत बारिश की चेतावनी है,
वहीं बुधवार 2 जुलाई को कांगड़ा जिला के कुछ इलाकों, सोलन जिला के कुछेक इलाकों और सिरमौर जिला के कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होनी तय है।
मौसम विभाग ने 2 जुलाई के लिए ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी, शिमला जिलों में भारी बारिश होने की सूचना दी है। सोमवार की रात व मंगलवार सुबह मंडी जिला में सबसे अधिक तबाही मची है।
6 जुलाई को भी कुछ क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा हो सकती है। यानी जुलाई महीने का पहला पूरा सप्ताह अत्यधिक बारिश वाला रहेगा और इस दौरान लोगों को राहत नहीं मिल पाएगी।
संधोल में सबसे अधिक बारिश रिकॉर्ड
मंडी जिला में सोमवार रात और मंगलवार दोपहर तक सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। इसमें भी मंडी जिला के संधोल में सर्वाधिक बारिश रिकॉर्ड की गई।
मंडी के कई इलाकों में बादल फटने से तबाही मची है। मौसम विभाग के अनुसार संधोल में 223.6 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई जोकि प्रदेश में सबसे अधिक है। इसके अलावा मंडी में 216.8 मिलीमीटर बारिश हुई है तो वहीं बिजाही में 196 मिलीमीटर, करसोग में 160.2, पालमपुर में 143, चौपाल में 139.8, गोहर में 125.0, बग्गी में 88.8, कोटखाई में 83.1, नेरी में 77.0, कांगड़ा में 73.3, सुजानपुर टिहरा में 69.0, नारकंडा में 67.5, नादौन में 66.0, कुफरी में 65.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
कुछ इलाकों में इस दौरान अधिकत्तम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज हुई है। पालमपुर, सुन्दरनर व कांगड़ा में तेज हवाएं चलने का सिलसिला भी जारी रहा। प्रदेश के कई और इलाकों में भी बारिश हुई।
जुलाई महीने में भी जमकर बरसेंगे मेघ
मौसम विभाग ने इसके साथ जुलाई के पूरे महीने के लिए भी अपना पूर्वानुमान जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार जुलाई के महीने में भी अत्यधिक बारिश हिमाचल प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर होगी।
पिछले साल के मुकाबले जुलाई महीने में अधिक वर्षा होने की संभावना है, वहीं वर्तमान के जून महीने से ज्यादा बारिश रहने की संभावना है। इस दौरान बरसात पूरे उफान पर रहेगी, जो हिमाचल की चिंता बढ़ा सकती है।