हिमाचल प्रदेश के कई भागों में बारिश का कहर जारी है। राज्य में शनिवार सुबह 10:00 बजे तक भूस्खलन से एक नेशनल हाईवे व 132 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप थी। इसके अतिरिक्त 1235 बिजली ट्रांसफार्मर प्रभावित हैं।
राज्य में 10 जल आपूर्ति योजनाएं भी बाधित चल रही हैं। शिमला, ऊना, मंडी, कुल्लू व हमीरपुर जिले में सबसे ज्यादा बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं। सड़कें, बिजली आपूर्ति ठप होने से लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं।
30 मीटर सड़क कलवर्ट सहित ध्वस्त
शिमला जिले की उप तहसील तकलेच के तहत आने वाले डमराली क्षेत्र में बादल फटने के बाद तकलेच-मझाली-रोहड़ू मार्ग पर यातायात ठप हो गया है। यहां पर करीब 30 मीटर सड़क कलवर्ट सहित ध्वस्त हो गई है। ऐसे में हजारों लोगों को आवाजाही करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
शुक्रवार देर शाम को तकलेच क्षेत्र में भारी बारिश का सिलसिला शुरू हुआ। इस दौरान डमराली के समीप बादल फट गया, जिसके बाद छोटे से नाले में जलस्तर बढ़ गया। इस कारण सड़क का करीब 30 मीटर हिस्सा पूरी तरह से ढह गया। यहां पर करीब 150 मीटर सड़क दलदल में बदल गया है।
सेब की गाड़ियां फंसने की सूूचना
यातायात ठप होने से स्कूली बच्चों, कर्मचारियों और अन्य ग्रामीणों को आवाजाही करने में परेशानियों का सामना करना। हजारों लोगों को आवाजाही करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सेब से लदी कई गाड़ियों के तकलेच में फंसने की सूचना है।
राजस्व विभाग के अधिकारियों को रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। यातायात, पेयजल और बिजली सहित अन्य व्यवस्थाओं को सुचारू करने के निर्देश दिए गए हैं। तकलेच सड़क के देवीधार के पास पुलिया, चिखरी नाले के पास कलवर्ट और डमराली के पास कलवर्ट भारी मलबे के कारण पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। क्षेत्र में बिजली बहाल की जा चुकी है।
धुंधी के पास मनाली-लेह हाईवे पर भूस्खलन, सड़क धंसी
उधर, धुंधी के पास भूस्खलन के कारण मनाली-लेह हाईवे यातायात के लिए बाधित हो गया है। प्रशासन ने सोलंगनाला में ही वाहनों को रोक दिया है। बीआरओ की मशीनरी सड़क बहाल करने के लिए लगाई गई है। एसडीएम मनाली रमण कुमार शर्मा ने बताया कि वाहनों को सोलंगनाला में रोका गया है। हालांकि अपातकालीन वाहनों को चलाने की अनुमति दी जा रही है। उन्होंने यात्रियों से सावधानी बरतने की अपील की है।
पालमपुर में पुलिया धंसने से संपर्क मार्ग बंद
उपमंडल पालमपुर में नई सब्जी मंडी के समीप पुलिया के धंसने से मार्ग बंद हो गया है। लोग पालमपुर- बैजनाथ के बीच आवाजाही के लिए अब वाया राजपुर व कालू दी हट्टी संपर्क मार्ग का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन संपर्क मार्ग पर जाम के कारण लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। इसी तरह उपमंडल ज्वालामुखी के अंतर्गत ग्राम पंचायत सुरानी के वार्ड नंबर पांच में निर्मल सिंह पुत्र प्यार सिंह के घर का बरामद भी क्षतिग्रस्त हो गया है। शुक्रवार रातभर मूसलाधार बारिश के कारण कई जगह नुकसान हुआ है।
निगुलसरी के पास हाईवे बाधित
जिला किन्नौर को जोड़ने वाला एनएच-पांच निगुलसरी में बार-बार बंद होने से वाहन चालक, बागवान और सैलानी परेशान हो गए हैं। निगुलसरी के पास शुक्रवार को सड़क का लगभग 50 मीटर हिस्सा धंस गया। इस कारण एनएच पूरी तरह से बंद है।
डीएसपी भावानगर राजकुमार ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों से अपील की है कि बिना जरूरी काम के बरसात में यात्रा न करें। एक्सईएन एनएच प्राधिकरण केएल सुमन ने बताया कि रात को लाइटों की व्यवस्था कर मशीनों से सड़क बहाल करने का प्रयास किया जाएगा। उपायुक्त किन्नौर डाॅ. अमित कुमार ने कहा कि जब तक सड़क पूरी तरह से दुरुस्त नहीं होती, तब तक निगलुसरी के पास शाम 7:00 बजे से लेकर सुबह 5:00 बजे तक वाहनों की आवाजाही बंद रहेगी। आपात सेवाएं जारी रहेंगी।
नयना देवी में 108.2 मिलीमीटर बारिश
शुक्रवार रात को नयना देवी में 108.2, हमीरपुर 76.0, पालमपुर 68.0, ऊना 67.2, गोहर 65.0, बग्गी 48.8, बिलासपुर 40.8, धर्मशाला 40.2, मालरांव 40.0, सुंदरनगर 10.0, नाहन 18.6, मनाली 18.0, जुब्बड़हट्टी 35.0, भरमौर 12.0, बरठीं 19.6, पांवटा साहिब 20.8, सराहन 32.0, शिमला 8.9 व देहरा गोपीपुर में 34.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
कई भागों में भारी बारिश का येलो अलर्ट, पांच जिलों में बाढ़ का खतरा
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से आज से एक 23 अगस्त तक कुछ भागों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। स्थानीय लोगों को पर्यटकों को नदी-नालों से दूर रहने की सलाह दी गई है।
राजधानी शिमला में दोपहर को झमाझम बारिश हुई। शिमला में न्यूनतम तापमान 16.9, सुंदरनगर 21.4, कल्पा 12.5, धर्मशाला 18.5, ऊना 21.2, नाहन 24.7, सोलन 21.5, मनाली 16.9, कांगड़ा 21.3, मंडी 22.6, बिलासपुर 23.1, हमीरपुर 22.8, चंबा 23.4, रिकांगपिओ 16.2, कसौली 19.2, पांवटा साहिब 26.0 व मशोबरा में 16.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
वहीं अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर जिले के कुछ जलग्रहण क्षेत्रों और आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम बाढ़ का खतरा होने की संभावना है।