काँगड़ा : पैराग्लाईडिंग के लिए विश्व प्रसिद्ध जिला काँगड़ा की बिलिंग घाटी में देश का पहला पैराग्लाइडिंग स्कूल अगले साल तक बनकर तैयार हो जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय से करीब आठ करोड़ रुपए मंजूर हुए हैं।
इस स्कूल के शुरू होने से देशभर से पैराग्लाइडिंग का शौक रखने वाले लोग यहां सरकारी दायरे में पैराग्लाइडिंग का प्रशिक्षण ले पाएंगे। पैराग्लाइडिंग स्कूल के शुरू होने से यहां पैराग्लाइडिंग से जुड़े कई प्रशिक्षण कोर्स शुरू होंगे। पायलट सोलो व टेंडम पैराग्लाइडिंग का प्रशिक्षण ले पाएंगे। इसके अलावा यहां पैराग्लाइडिंग रेस्क्यू से जुड़े कई कोर्स भी शुरू होंगे।
वर्तमान में प्रदेश में वाटर स्पोर्ट्स व माउंटेनियरिग से जुड़े कोर्स चल रहे हैं। इस स्कूल के शुरू होने से यहां जल, थल व हवा से जुड़ी रोमांचक खेलों के सारे कोर्स प्रदेश में उपलब्ध होंगे। अभी तक देश में कुछ स्थानों पर कुछ पैराग्लाइडर पायलट ही नए पायलटों को प्रशिक्षण देते आ रहे हैं। ऐसे में इस स्कूल के शुरू होने से पैराग्लाइडिंग को सीखने का जुनून रखने वाले लोगों को काफी सुविधा होगी।
लैंडिंग साइट से कुछ ही दूरी पर स्थित बीड़ में इस स्कूल का निर्माण कार्य शुरू हो गया है और अगले साल मार्च तक कार्य इसके पूरा होने की उम्मीद है। यहां प्रशिक्षण लेने वाले पायलटों को बाकायदा भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय की ओर से प्रमाणपत्र दिए जाएंगे। अब इस स्कूल का कार्य शुरू हुआ है।
उधर, पर्यटन विभाग की उपनिदेशक सुनयना शर्मा का कहना है कि बीड़-बिलिंग में स्कूल का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। अगले साल तक यह कार्य पूरा हो जाएगा। इस स्कूल में पैराग्लाइडिंग से जुड़े कई कोर्स शुरू किए जाएंगे। पर्यटन विभाग प्राथमिकता के आधार पर इस कार्य को पूरा करेगा।